मेरा सफ़र (कविता)

जिंदगी के इस कठिन डगर में भी,मुझे तो हर हाल में आगे जाना है,जीवन की खुशियों को मुझे पाना है,अभी बहुत कुछ हासिल करना बाकी है,अभी तो आसमान को छू लेना बाकी है,