गणित एक ऐसा विषय है, जिसमें अनेक रूपों में संख्याओं का उपयोग करके अलग-अलग प्रकार की गणनाएं की जाती हैं। वर्तमान समय में बड़ी संख्या में युवा गणित के क्षेत्र में अपने करियर को संवारना चाहते हैं।
गणित की पढ़ाई ना केवल भारत में आपके करियर को विस्तार देती है, बल्कि विदेशों में भी आपके भविष्य को उज्ज्वल बनाती है। यह एक प्रगतिशील विषय है, जो छात्रों में सीमाओं से परे जाकर सोचने-समझने की क्षमता पैदा करता है।
भारत वह देश है, जिसने दुनिया को ‘शून्य’ दिया! जिससे एकेडमिक विश्व में एक क्रांति आई। भारत में 6वीं शताब्दी में अंकों का प्रचलन शुरु हो गया था और उसके बहुत सालों बाद यानि लगभग 12वीं शताब्दी में मध्य पूर्व के गणितज्ञों की मदद से अंकों का परिचय यूरोपीय देशों को भी करवाया गया।
आजकल साइंस बैकग्राउंड के छात्र इस डोमेन को एक आदर्श करियर विकल्प की तरह देखते हैं।
छात्र 10+2 के बाद गणित से स्नातक कर सकते हैं लेकिन केवल वे छात्र, जो 10+2 में भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान और गणित विषय का चुनाव करते हैं, वे ही गणित से स्नातक की पढ़ाई के लिए योग्य माने जाते हैं।
प्रवेश परीक्षा में शामिल होने के लिए छात्रों को 10+2 में कम से कम 50% अंक प्राप्त करना अनिवार्य है, जो छात्र संख्या और उनसे जुड़े अन्य क्षेत्रों की पढ़ाई में रुचि रखते हैं, उनके लिए गणित एक सुनहरा करियर विकल्प हो सकता है।
गणित के छात्रों के लिए करियर के कई विकल्प उपलब्ध हैं, लेकिन इन सभी विकल्पों के बारे में आमतौर पर सभी को जानकारी नहीं होती है। गणित के छात्रों के लिए उपलब्ध कुछ महत्वपूर्ण करियर विकल्प निम्नवत हैं-
सांख्यिकीविद (Statistician)
मनोचिकित्सक (Psychometrician)
गणितज्ञ (Mathematician)
मशीन लर्निंग एक्सपर्ट (Machine Learning Expert)
अर्थशास्त्री (Economist)
डेटा वैज्ञानिक (Data Scientist)
व्यापार विश्लेषक (Business Analyst)
ब्लॉकचेन डेवलपर (Blockchain Developer)
बैंकर (Banker)
गणित न केवल गणित में रुचि रखने वाले छात्रों के लिए लाभकारी है, बल्कि डेटा विज्ञान, अर्थशास्त्र और अन्य कई सम्बंधित विषयों के लिए विशेष रुप से फायदेमंद है।
प्रोफेशनल करियर छात्र की रुचि और जुनून पर निर्भर करता है और वो किस फील्ड में अपनी पेशेवर ज़िदगी बढ़ाना चाहता है यह भी बहुत ज़रुरी विषय है।
गणितः गणित की समस्याओं को हल करने के लिए गणना कौशल का उपयोग करना।कॉम्प्लेक्स प्रॉब्लम सॉल्विंग: विकल्पों को विकसित करने, मूल्यांकन करने और महत्वपूर्ण समस्याओं को सुलझाने के लिए समाधानों को लागू करना व संबंधित जानकारी की समीक्षा करने में विशेषज्ञता।
आलोचनात्मक सोच: वैकल्पिक समाधानों, दृष्टिकोणों या समस्याओं के निष्कर्ष के सकारात्मक और नकारात्मक पहलुओं को पहचानने के लिए तर्क का उपयोग करना।
रीडिंग कॉम्प्रिहेंशन: काम के लिए ज़रुरी, लिखित वाक्यों और पैराग्राफ की बेहतर समझ होना। शिक्षण: वर्तमान और भविष्य दोनों की नई जानकारियों के निहितार्थ को समझना।
क्षमताएं! समस्या को सुलझाने और निर्णय लेने की क्षमता
गणितीय तर्क: किसी समस्या को हल करने के लिए गणितीय तरीकों या सूत्रों को चुनने की सही क्षमता।
गणना की क्षमता: जल्दी और सही जोड़ने, घटाने, गुणा करने, भाग देने या विभाजित करने की क्षमता।
डिडक्टिव रीज़निंग: विशेष समस्याओं का सही उत्तर प्राप्त करने के लिए सामान्य नियमों को लागू करने की क्षमता।
इंडक्टिव रीज़निंग: सामान्य नियम या निष्कर्ष बनाने के लिए जानकारी को संयोजित करने की क्षमता।सूचना क्रम: किसी विशेष नियम या नियमों के सेट के अनुसार एक निश्चित क्रम या पैटर्न में चीज़ों या कार्यों को व्यवस्थित करने की क्षमता।
एसजीटी यूनिवर्सिटी दिल्ली-एनसीआर में स्थित बेहतरीन प्राइवेट यूनिवर्सिटी में एक जाना पहचाना नाम है, जिसकी साइंस फैकल्टी में गणित के लिए शानदार एकेडमिक वातावरण मौजूद है।
यहां ग्रेजुएशन, पोस्ट ग्रेजुएशन रिसर्च के कोर्स संचालित होते हैं। यदि आप गणित के क्षेत्र में करियर बनाना चाहते हैं, तो एसजीटी यूनिवर्सिटी आपके लिए एक बेहतर विकल्प साबित हो सकती है।