आजकल अक्सर यह देखने में आया है कि किसी भी उम्र के पुरुष में बाल सफेद दिखाई देते है। तो इसको सभी हल्के में लेते है और यह कह देते है कि खान-पान और पोल्यूशन की वजह से बाल असमय ही सफेद हो जाते है। चिन्ता की कोई बात नहीं है। लेकिन एक शोध में यह बात सामने आई है कि जिन लोगों के कम उम्र में बाल सफेद होने लगते है उनको हृदय रोग होने की संभावना बहुत ही ज्यादा रहती है।
यह चेतावनी दी गई है मिस्र के काहिरा विश्वविद्यालय के कार्डियोलॉजिस्ट ईरीनी सैमुअल ने बताया, हमारे शोध के निष्कर्षो से पता चलता है कि वास्तविक उम्र कम होने के बावजूद बालों में सफेदी व्यक्ति की जैविक उम्र को बयां करती है और यह हृदय रोग की चेतावनी का संकेत हो सकता है।
एथेरोस्केलेरोसिस का निर्माण धमनियों के अंदर की वसा सामग्री से होती है और बालों में सफेदी दोनों में कई समानताएं। दोनों का कारण बिगड़ा हुआ डीएनए, ऑक्सीडेटिव तनाव, सूजन, हार्मोन में बदलाव और कार्यात्मक कोशिकाओं की तन्यता है। एथेरोस्केलेरोसिस और बालों की सफेदी एक जैसी जैविक प्रक्रियाओं से होती है और उम्र बढऩे के साथ ही दोनों में बढ़ोतरी होती है।
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