अफगानिस्तान में तालिबान का पूर्ण कब्जा हो चुका है। अफगानिस्तान से अमेरिकी फौजों के हटाए जाने के फैसले की आलोचना चारो तरफ हो रही है। अमेरिकी मीडिया में भी जो बाइडेन के अफगानिस्तान से अमेरिकी फौजों के हटाए जाने के फैसले की आलोचना की गई है।
वॉशिंगटन पोस्ट ने लिखा है कि जो बाइडेन के कदम ने अफगानिस्तान में वास्तविक प्रगति और लड़कियों की पढ़ाई पर रोक लगा दी है, जो साल 2001 से यहां चल रहा था।
बाइडेन का कहना है कि अमेरिका ने 11 सितंबर, 2001 के बाद अलकायदा को हराने में सफलता हासिल कर ली है। साथ ही उसने यहां पर तीन लाख अमेरिकी फौजों को प्रशिक्षण भी दिया है। उन्होंने मंगलवार को कहा कि अफगान लोगों को अपने लिए और अपने देश के लिए लड़ना होगा।
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