बुधवार को यहां श्री अमरेश्वर मंदिर द्वारा में साधुओं के एक समूह द्वारा ‘छरी स्थापना’ की गई।आधिकारिक के जानकारी के अनुसार, महंत दीपेंद्र गिरी के नेतृत्व में साधुओं के एक समूह द्वारा श्री अमरेश्वर मंदिर अखाड़े में वैदिक भजन गाकर समारोह किया गया।समारोह करीब दो घंटे तक चला।
छरी-मुबारक (पवित्र गदा), एक भगवान शिव और दूसरी देवी पार्वती को दर्शाती है, इसे मंदिर में ‘दर्शन’ के लिए तब तक रखा जाएगा जब तक कि यह 22 अगस्त को तीर्थयात्रा के मुख्य मार्ग के लिए रवाना न हो जाए।
COVID-19 प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन करने वाले भक्तों को सुबह 10 बजे से 11 बजे तक और शाम 6 बजे से शाम 7 बजे तक पवित्र गदा के दर्शन करने की अनुमति होगी।
दशनामी अखाड़ा, श्रीनगर में ‘नाग-पंचमी’ (श्रवण शुक्ल पक्ष पंचमी) के अवसर पर 13 अगस्त को पारंपरिक ‘छरी-पूजन’ किया जाएगा।महंत दीपेंद्र गिरि द्वारा वर्ष 2004 में स्थापित ‘द ट्रू ट्रस्ट’ ने तीर्थयात्रा के मुख्य मार्ग के लिए बीते वर्षों जैसे सभी आवश्यक प्रबंध किए हैं।