केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने मंगलवार को राज्यसभा को संबोधित करते हुए कहा कि 2019 और 2018 में 4 हज़ार 775 और 4 हज़ार 869 की तुलना में 2020 में भारत में 3 हज़ार 564 सड़क दुर्घटनाएं गड्ढों के कारण हुईं।
बता दें, 2020 में देश में कोविड-19 लॉकडाउन के कारण सड़क यातायात की आवाजाही काफी हद तक प्रतिबंधित थी।
सरकार ने तृणमूल कांग्रेस के विधायक डेरेक ओ ब्रायन के सवाल के जवाब में यह जानकारी दी जिसमें उन्होंने सड़क इंजीनियरिंग के मुद्दों और सड़क सुरक्षा के लिए पहल और इसके लिए आवंटित धन के कारण सड़क दुर्घटनाओं की संख्या पर सवाल उठाया था।
केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने बताया कि सड़क इंजीनियरिंग (मुद्दों) के कारण होने वाली दुर्घटना के लिए कोई अलग डेटा / रिकॉर्ड नहीं रखा जाता है।
वहीं राज्य सभा सांसद सुशील कुमार मोदी को अलग से जवाब देते हुए परिवहन मंत्री ने बताया कि टोल संग्रह में तीन प्रतिशत की वृद्धि हुई है। गडकरी ने कहा कि, “2017 से भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने 3,000 करोड़ रुपये की बाहरी उधारी ली है। “इसके अलावा, एनएचएआई की कुल उधारी मार्च 2017 तक बकाया ₹ 74 हज़ार 742 करोड़ से बढ़कर मार्च 2021 में ₹ 3 लाख 6 हज़ार 704 करोड़ हो गई है। 31 मार्च, 2021 तक एनएचएआई का कर्ज ₹ 3.07 ट्रिलियन तक पहुंच गया है, जो कि पिछले साल मार्च 2020 में ₹ 2.49 ट्रिलियन से लगभग 24% अधिक है।”