/ / अगर मांसपेशियां कमजोर है या वीकनेस है तो, सिंघाड़े का करे सेवन

अगर मांसपेशियां कमजोर है या वीकनेस है तो, सिंघाड़े का करे सेवन

आयुर्वेद में सिंघाड़े को गुणों का खजाना बताया गया है। यह खनिज लवण और कार्बोहाइड्रेट के गुणों से भी पूर्ण्तः भरपूर होता है। इसमें विटमिन ए, बी और सी भरपूर मात्रा में होता है।

अस्थमा : अस्थमा के रोगियों के लिए सिंघाड़ा अत्यधिक फायदेमंद होता है। एक चम्मच सिंघाड़े के आटे को ठंडे पानी में मिलाकर खाने से अस्थमा के मरीजों को राहत मिलती है।

बवासीर : जिन्हें बवासीर की समस्या है सिंघाड़ा उनके लिए भी फायदेमंद है। बवासीर की दिक्कत होने पर कच्चा सिंघाड़ा नियमित खाने से परेशानी दूर होगी। कच्चे सिंघाड़े का सीजन न होने पर आटे की रोटियां भी खाई जा सकती हैं।

गर्भाशय के लिए : वो महिलाएं जिनका गर्भाशय कमजोर हो, वे नियमित कच्चा सिंघाड़ा खाएं इससे फायदा होता है।

जलन : सिंघाड़े की बेल को पीसकर उसका पेस्ट शरीर में जलन वाले स्थान पर लगाएं। इससे दर्द में आराम मिलता है।

मांसपेशियां : अगर मांसपेशियां कमजोर हैं या वीकनेस है तो, सिंघाड़ा खाएं। सिंघाड़ा पित्त और कफ को खत्म करता है।

नकसीर : नकसीर फूटने पर सिंघाड़ा खाने से फायदा होता है। सिंघाड़ा खाने से हड्डियां और दांत भी मजबूत होते हैं।

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