आमतौर पर छोटे बच्चों में चिडचिडेपन को सामान्य माना जाता है। अक्सर छोटे बच्चे थोडी-थोडी में चिडचिडे हो जाते हैं और रोने लगते हैं। हालांकि यह एक सामान्य अवस्था ही है, लेकिन अगर आप पिछले कुछ समय से नोटिस कर रही हैं कि आपका पहले से बहुत ज्यादा चिडचिडा रहने लगा है तो अब आपको सतर्क हो जाने की आवश्यकता है। तो हो सकता है कि यह सामान्य न हो-
वैसे बच्चों के चिडचिडेपन के लिए कई कारण जिम्मेदार होते हैं। चूंकि छोटे बच्चे बोलकर अपनी परेशानी व्यक्त नहीं कर सकते, इसलिए वे रोकर उसे जाहिर करते हैं। खासतौर से, जब बच्चा भूखा होता है, उसे कहीं दर्द होता है, वह सोना चाहता है या फिर सिर्फ आपकी गोद में आना चाहता है तो भी बच्चे रोने लग जाते हैं।
शायद आपको जानकर हैरानी हो कि अगर आपका शिशु जरूरत से ज्यादा चिडचिडा है तो यह किसी मानसिक समस्या का भी संकेत हो सकता है। कुछ शोध बताते हैं कि बच्चों के आवश्यकता से अधिक चिडचिडेपन को यदि नजरअंदाज किया जाए तो इससे उनके मानसिक रूप से अस्वस्थ होने की संभावना बहुत अधिक बढ जाती है।
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