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जानिए, सिबिल स्कोर और सिबिल रिपोर्ट में क्या अंतर होता है?

सिबिल स्कोर उपभोगता की उधार पात्रता के स्तर को तीन अंको के सारांश में दर्शाया जाता है। सिबिल स्कोर 300 से 900 के बीच दर्शाया जाता है, 750 और उससे अधिक स्कोर को अच्छा माना जाता है । जितना आप का सिबिल स्कोर अच्छा उतनी ही आप के होम लोन, ऑटो लोन, क्रेडिट कार्ड, पर्सनल लोन, ओवरड्राफ्ट फैसिलिटीज और किसी भी प्रकार के लोन को मंज़ूरी मिलने की सम्भावनाये बढ़ जाती है ।

सिबिल स्कोर उपभोगता के पिछले समय की क्रेडिट इतिहास को दीखता है, सिबिल स्कोर आप के सिबिल रिपोर्ट का एक सारांश है ,जो सिर्फ तीन अंको में दिखाया जाता है। जिसमे उपभोगता के वर्तमान समय का क्रेडिट ब्यौरा और कई पर्सनल जानकारी शामिल नहीं होती है ।

सिबिल रिपोर्ट यानि उपभोगता की पिछले और वर्त्तमान समय की किसी भी प्रकार की लोन का सविस्तार ब्यौरा, यानी आपने पिछले कुछ समय में कोई भी होम लोन, ऑटो लोन, क्रेडिट कार्ड, पर्सनल लोन और ओवरड्राफ्ट फैसिलिटीज ली है तो आप ने उस बैंक से कितना और कितने समय में चुकाई या, अगर वर्त्तमान समय में आप का कोई भी लोन चल रही हो उसका ब्यौरा भी शामिल होता है।

अगर आप ने कोई लोन डिफ़ॉल्ट की हो या लोन सेटल की हो तो उसका भी ब्यौरा सिबिल रिपोर्ट में शामिल होता है। सिबिल रिपोर्ट में सभी प्रकार की लोन का सविस्तार ब्यौरा के आलावा आप का सिबिल स्कोर, आप की पर्सनल डिटेल जैसे के आप का नाम, जन्म तारीख, लिंग, एड्रेस, पैन कार्ड नंबर, पासपोर्ट नंबर और एम्प्लॉयमेंट या बिज़नेस डिटेल्स की जानकारी शामिल होती है।

सिर्फ सिबिल स्कोर आप को सिबिल की वेबसाइट से फ्री में भी मिल सकते है लेकिन अगर आप को सिबिल रिपोर्ट नियमित चाहिए तो आप को सब्सक्राइब करना पड़ता है और आप को समय के हिसाब से सब्क्रिप्शन के ऑप्शन दिए जाते है।

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