अमर उजाला विशेष: अब पोस्ट कोविड में फंसे मरीज, देश में पहली बार सामने आई ये जानकारी

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संक्रमण की चपेट में आने के बाद कोरोना वायरस से यूं ही छुटकारा नहीं मिल रहा। इस बीमारी की चपेट में आने के साल भर बाद भी मरीज पूरी तरह से स्वस्थ नहीं हो पा रहा है। कई मरीज ऐसे हैं जिन्हें दो या तीन बार भर्ती करना पड़ा। यह खुलासा मैक्स के पांच अस्पतालों में पोस्ट कोविड मरीजों पर किए अध्ययन में हुआ है।

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देश में पहली बार सामने आई पोस्ट कोविड को लेकर इस जानकारी के अनुसार डॉक्टरों ने जब दो-दो बार फॉलोअप लिया तो उन्हें भी यह देखकर हैरानी हुई कि नौ से 12 महीने बाद भी मरीज में कम से कम एक लक्षण जरूर था। डॉक्टरों को आशंका है कि कोरोना के लक्षण 12 महीने बाद भी रह सकते हैं जिसके बारे में आगे अध्ययन किया जाएगा।

मेडिकल जर्नल मेडरेक्सिव में प्रकाशित इस अध्ययन में पिछले साल अप्रैल से अगस्त के बीच संक्रमित होने वाले मरीजों को शामिल किया गया। यह मरीज उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, मध्यप्रदेश, दिल्ली और आसपास के उत्तरी राज्यों से हैं। अध्ययन के दौरान पता चला कि कोरोना से ठीक होने के एक महीने बाद जहां 40.3 फीसदी मरीजों में लक्षण मिले। वहीं नौ से 12 महीने तक 39.9 फीसदी मरीजों में कम से कम एक लक्षण जरूर था। 

अस्पतालों में भर्ती 2,316 मरीजों के निगेटिव होने के महीने भर बाद जब डॉक्टरों ने बातचीत की तो इनमें से 990 लोगों से जानकारी मिल पाई। 591 ने लक्षण न होने की जानकारी दी लेकिन 399 लोगों ने संक्रमण के बाद भी स्वस्थ न होने की जानकारी दी। इन मरीजों को चिकित्सकीय सलाह देते हुए डॉक्टरों ने यह पाया कि 85 मरीजों में 12 महीने बाद भी लक्षण थे जोकि गंभीर श्रेणी के थे। 

महिलाओं में सबसे लंबे दिख रहे लक्षण

नई दिल्ली स्थित मैक्स साकेत अस्पताल के वरिष्ठ डॉ. संदीप बुद्धिराजा ने अध्ययन में जानकारी दी है कि पोस्ट कोविड के दौरान महिलाओं में सबसे लंबे समय तक लक्षण मिले हैं। अध्ययन के दौरान 258 पुरुष और 141 महिलाओं में पोस्ट कोविड लक्षण मिले लेकिन चार महीने बाद जब फिर से इनकी जांच की गई तो 31.30 फीसदी महिलाओं में कम से कम एक लक्षण था। जबकि 25.1 फीसदी पुरुषों में ही लक्षण थे। डॉक्टरों का कहना है कि पोस्ट कोविड को लेकर महिलाओं को ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है। साथ ही चिकित्सकीय सलाह भी लेना जरूरी है क्योंकि ज्यादातर महिलाएं अपनी परेशानी को खुलकर साझा भी नहीं कर पाती हैं।

महीने बीते, कोरोना नहीं

अध्ययन के अनुसार संक्रमण से ठीक होने के पहले तीन महीने में 62 यानी आठ फीसदी में लक्षण थे लेकिन तीन से छह माह के दौरान 118 (15.3 फीसदी) मरीजों में लक्षण मिले। इसके बाद छह से नौ महीने के बीच 43 (5.5 फीसदी) ही मरीजों में लक्षण मिले लेकिन जब नौ से 12 महीने के बीच स्थिति देखी तो पता चला कि उस दौरान 85 (11 फीसदी) मरीजों में कोरोना के लक्षण थे। यानी संक्रमण की निगेटिव रिपोर्ट आने के बाद 308 (39.9 फीसदी) मरीजों में लंबे समय तक लक्षण पाए गए।

पोस्ट कोविड में भर्ती मरीजों की स्थिति

भर्ती मरीज       पहला फॉलोअप           दूसरा फॉलोअप

हल्के लक्षण              240                           47     

मध्यम लक्षण             97                             22

गंभीर लक्षण             62                             16

डिस्चार्ज                  9.6 दिन                       10.7 दिन

( पहला फॉलोअप : निगेटिव होने के एक माह बाद, दूसरा फॉलोअप : चार से 12 माह तक)

कोरोना जाने के बाद गंभीर लक्षण

  • 12.5 फीसदी सर्वाधिक रोगियों में थकान, कमजोरी।
  • 9.3 फीसदी रोगियों में मांसपेशियों में दर्द, अकड़न।
  • 9 फीसदी में मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी परेशानी जैसे नींद न आना, तनाव, फोबिया।

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