19 साल तक मनोरंजन उद्योग का हिस्सा होने के बावजूद आज अमित साध फिल्म उद्योग में किसी भी कैम्प का हिस्सा नहीं रहे हैं।
न ही उन्होंने बड़ी चतुराई से खुद को बड़े बैनरों में ढाला है। मैं अमित को उस समय से जानता हूं, जब वे अभिनेत्री नीरू बाजवा को डेट कर रहे थे। जब उनका ब्रेकअप हुआ तो अमित टूट गया। फिर उन्होंने अपने जीवन और करियर का पुनर्निर्माण किया। आइये, यहां जानते हैं उनकी 5 बेहतरीन फिल्मों के बारे में:-
1. काई पो छे (2013): काई पो छे में जहां हीरो सुशांत सिंह राजपूत ने क्रिकेटर ईशान भट्ट की भूमिका निभाई थी वहीं हिंदुत्व को मानने वाले ओम शास्त्री की भूमिका अमित साध ने निभाई थी, जो एक उत्साही युवा की एक जीवंत तस्वीर थी। अमित का किरदार काई पो छे का सबसे भ्रमित और विवादित किरदार था। यह उस समय की उनकी अपनी मनःस्थिति को दर्शाता है, जब उनका करियर मझधार में था। अमित ने कहा, काई पो छे ने मेरे करियर के लिए जो किया वह अभिव्यक्ति से परे है। मैं निर्देशक अभिषेक कपूर का इस नए जीवन के लिए ऋणी हूं। काई पो चे से सुशांत को सबसे ज्यादा फायदा हुआ। मैं फिल्म के अन्य अभिनेताओं की तुलना में काई पो चे में अपनी सफलता को नहीं देखता। मैं इसे इस नजरिये से देखता हूं कि काई पो छे से पहले मैं क्या कर रहा था। अमित को लगता है कि उसे अभी लंबा रास्ता तय करना है। वे कहते हैं, “मेरे अंदर बेहतर होने की भूख है।“
2. सरकार 3 (2017): सरकार 3 के सीक्वल या कहें जबरदस्ती के सीक्वल में अमित साध ने अमिताभ बच्चन के अस्थिर पोते चीकू की भूमिका निभाई थी, जो सरकार 2 में अभिषेक बच्चन के चरित्र के बेटे थे। पिछली सरकार फिल्म 9 साल पहले आई थी। ”सुभाष नागरे जिस तरह कप-प्लेट में चाय पीते हैं, उसी अंदाज में उनका पोता शिवाजी उर्फ चीकू उर्फ अमित साध भी चाय पीता है। सरकार 3 में पारिवारिक कलह की आग दिखाई गई है। इसमें अमित साध ने अमिताभ बच्चन के गुस्सैल और बेकाबू पोते के रूप में भूमिका निभाई है। अमित कहते हैं, “मुझे इतनी प्रमुख भूमिका देने के लिए मैं राम गोपाल वर्मा का आभारी हूं। बच्चन साब के साथ स्क्रीन स्पेस साझा करते समय मैं नर्वस था। लेकिन जब कैमरा सामने आया तो मैंने खुद को नर्वसनेस से दूर कर लिया। मेरा मानना है कि एक बार सीन फिल्माना किए जाने के बाद आपको यह भूलना होगा कि फ्रेम में आपके साथ कौन है। बस वही करो जो तुम्हें करना है।
3. गुड्डू रंगीला (2015): शायद ही किसी अभिनेता को इस तरह का किरदार निभाने का मौका मिलता है। सुभाष कपूर की गुड्डू रंगीला में अमित साध एक दंगाई की भूमिका में थे। अमित कहते हैं, “फिल्म ईश्वर द्वारा भेजी गई थी। यह मेरा सौभाग्य है कि मुझे सुभाष कपूर द्वारा निर्देशित फिल्म में शीर्षक भूमिका निभाने को मिली, जिन्होंने मेरी पसंदीदा फिल्म जॉली एलएलबी बनाई है, वहीं मुझे अपने पसंदीदा अभिनेताओं में से एक अरशद वारसी के साथ भी स्क्रीन स्पेस साझा करने का मौका मिला। यह फिल्म इसलिए भी यादगार है क्योंकि शूटिंग के दौरान मेरे पैर में फ्रैक्चर हो गया था।
4. ब्रीद (2018, 2020): सिनेमा ने अमित साध को वह स्थान नहीं दिया जिसके वे हकदार थे। 2020 में उन्होंने ब्रीद 2 में अपने अभिनय से सभी को प्रभावित किया। इसमें उन्होंने परेशानी में घिरे आउट-ऑफ-कंट्रोल पुलिस आॅफिसर की भूमिका निभाई है। वेब सीरीज में अमित ने कम बोलकर अधिक कहने की कला पर ध्यान केंद्रित किया है।
5. अवरोध: द सीज विद इन (2020): इस वेब सीरीज ने अमित साध की स्थिति को विश्वसनीय अभिनेता के रूप में और मजबूत किया। वे इस समय सबसे अधिक मांग वाले ओटीटी सितारों में से एक है। अवरोध, सितंबर 2016 में हुए उरी हमलों से प्रेरित है और शिव अरूर और राहुल सिंह की पुस्तक इंडियाज मोस्ट फियरलेस के एक अध्याय पर आधारित है, अमित ने कहा, मैं समीर नायर और अप्लॉज एंटरटेनमेंट का आभारी हूं, जिन्होंने मुझे एक सच्चे युद्ध नायक की भूमिका निभाने का मौका दिया।
Comments