मिजोरम भाजपा इकाई ने मुख्यमंत्री जोरमथांगा को लिखे पत्र में उनसे पड़ोसी राज्य असम और त्रिपुरा के साथ राज्य के सीमा विवाद को सुलझाने का आग्रह किया है।
मिजोरम बीजेपी इकाई ने सीएम को लिखे अपने पत्र में कहा कि केंद्र पूर्वोत्तर राज्यों के बीच सीमा विवाद को सुलझाने के लिए उत्सुक है। इसमें कहा गया है कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सभी पूर्वोत्तर राज्यों को कम से कम दो मौकों पर द्विपक्षीय बातचीत के जरिए अंतरराज्यीय सीमा विवाद सुलझाने का निर्देश दिया था। पत्र में कहा गया है कि जोरामथांगा के नेतृत्व वाले मिजो नेशनल फ्रंट (एमएनएफ), जो भाजपा के नेतृत्व वाले नॉर्थ ईस्ट डेमोक्रेटिक अलायंस (एनईडीए) का हिस्सा है उनको ऐसे समय में जब भाजपा केंद्र और दो पड़ोसी राज्यों में सत्ता में असम और त्रिपुरा के साथ सीमा विवाद को सुलझाने का अवसर मिलना चाहिए।
इससे पहले, राज्य के सबसे बड़े संप्रदाय मिजोरम प्रेस्बिटेरियन चर्च के शीर्ष नेताओं ने भी ज़ोरमथांगा से पड़ोसी राज्यों के साथ सीमा विवादों को सुलझाने के उपाय करने का आग्रह किया था। मिजोरम असम के साथ लगभग 164.6 किमी लंबी अंतर-राज्यीय सीमा और त्रिपुरा के साथ लगभग 66 किमी साझा करता है। मिजोरम और असम के बीच सीमा विवाद एक लंबे समय से लंबित मुद्दा है जो आज तक अनसुलझा है।
बता दें, इससे पहले सीमा विवाद को सुलझाने के लिए 1995 के बाद से हुई कई वार्ताओं का बहुत कम परिणाम निकला है। मिजोरम और असम के बीच अंतिम सीमा गतिरोध 5 जून को हुआ था जब अज्ञात लोगों ने दोनों राज्यों द्वारा दावा किए गए क्षेत्र में दो परित्यक्त फार्महाउसों को आग लगा दी थी।
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