
अमर उजाला नेटवर्क, नई दिल्ली
Published by: दुष्यंत शर्मा
Updated Mon, 14 Jun 2021 04:15 AM IST
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दिल्ली के मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज की निगरानी में यह सर्वे हुआ है। इससे उन्हीं नियमों का पालन किया गया है, जो पिछले पांच सर्वे में हुआ था। स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि दूसरी लहर से पहले छठा सीरो सर्वे शुरू हुआ था ,लेकिन फिर से मामले बढ़ने के बाद स्थिति ज्यादा गंभीर देखने को मिली।
सर्वे करने वाली टीम को सप्ताह भर ही जांच के लिए मिल पाया था। कोरोना के मामले बढने के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीमें भी बचाव कार्यों में जुट गई थीं। इसलिए तब करीब पांच से छह हजार लोगों की जांच हो पाई थी। हालांकि, अंतिम परिणाम सोमवार को सामने आ सकते हैं।
अधिकारी ने कहा कि अब संक्रमण का सही प्रसार पता करने के लिए वापस से एक नया सर्वे शुरू होगा। पिछले सप्ताह भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) से भी सर्वे कराने के निर्देश प्राप्त हुए हैं।
इससे पहले पांचवें चरण के सीरो सर्वे में 56 फीसदी लोगों में एंटीबॉडी पाए गए थे, लेकिन इसके बाद भी दिल्ली में कोरोना की लहर आई और रिकॉर्ड मामले भी आए। विशेषज्ञों का आंकलन है कि छठे चरण में सीरो सर्वे के परिणाम इससे कम ही हो सकते हैं लेकिन सातवे चरण में शायद परिणाम अधिक हों।