जब आप पेड़े को मुंह में रखते हैं तो वह रखते ही घुल जाता है। यह खाने में बेहद ही लाजवाब होता है। आमतौर पर लोग इसे बाजार से लाकर खाते हैं, लेकिन अगर आप चाहें तो इसे घर पर भी बना सकते हैं। आईए जानते हैं इसे बनाने की विधि के बारे में-
पेड़ा रेसिपी की खास बात यह है कि इसमें शक्कर की जगह पर बूरा का इस्तेमाल किया जाता है। अगर आपको बाजार में बूरा नहीं मिलता है, तो आप उसे घर पर भी बना सकते हैं।
बूरा बनाने की विधि : बूरा बनाने के लिए एक कढ़ाई में शक्कर और पौने चार (1 3/4) कप पानी मिलाकर गर्म करें और उसे बीच-बीच में चलाते रहें। जब घोल में उबाल आने लगे, उसमें 1 बड़ा चम्मच दूध डाल दें। घोल के ऊपर तैर आई गंदगी को निकाल दें और इसे 7-8 मिनट पका लें। अब तक घोल जमने की हालत में आ जाएगा।
अब गैस बंद कर दें और दूध को गैस से उतार कर अलग रख दें। अब एक छोटा चम्मच घी शक्कर के घोल में डालें और उसे चलाते हुए ठंडा करें। ठंडा होने पर शक्कर का घोल बूरा में बदल जाएगा।
अब एक भारी तले की कढ़ाई में मावा/खोया डाल कर उसे चलाते हुए भून लें। जब मावा/खोया का रंग बदलने लगे उसमें थोड़ा-थोड़ा दूध डालते रहें। मावा को चलाते हुए तब तक भूनें, जब तक वह हल्का भूरे रंग का न हो जाय। उसके बाद गैस ऑफ कर दे और मावा को ठंडा होने दें।
अब तैयार बूरा में से 1/2 कप बूरा निकाल लें और बाकी का बूरा मावा में डाल दें। साथ ही इलाइची (कुटी हुई) भी मावा में मिला दें और अच्छी तरह से चला दें। अब आपके पेड़े बनने के लिए तैयार हैं।
पेड़े बनाने के लिये मावा के मिश्रण से छोटे नींबू के बराबर मिश्रण लें और उसे हथेलियों से गोल कर लें। इसके बाद पेडे को बचे हुए बूरे में रखें और इस तरह से चलायें, जिससे बूरा उसके चारों ओर लिपट जाए।
अब पेडे को एक हथेली में रखकर ऊपर से दूसरे हाथ से दबायें और उसेे चपटा कर लें। इसी तरह से सारे मिश्रण के पेड़े तैयार करे लें और उन्हें 2-3 घंटे के लिए पंखे के नीचे रख दें।
अब आपके स्वादिष्ट मावा पेड़ा तैयार हैं। चाहें तो आप इन्हें तुरंत इस्तेमाल करें, या फिर एयर टाइट कंटेनर में रख कर 15-20 दिनों तक आनंद लें।
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