वेब सीरीज रिव्यू: द फैमिली मैन 2
लेखक: राज निदिमोरू, कृष्णा डीके और सुमन कुमार
कलाकार: मनोज बाजपेयी, शारिब हाशमी, प्रियमणि, सीमा बिस्वास, दलीप ताहिल, विपिन शर्मा, श्रीकृष्ण दयाल और राजेश बालाचंद्रन आदि
निर्देशक: राज निदिमोरू, कृष्णा डीके
ओटीटी: प्राइम वीडियो
रेटिंग: ***
प्राइम वीडियो ने फिर अपने दर्शकों को सरप्राइज दिया। 4 जून की आधी रात को ‘द फैमिली मैन’ के दूसरे सीजन की राह तक रहे लोगों के लिए सीरीज के सभी नौ एपिसोड आधी रात से काफी पहले ही रिलीज कर दिए गए। पहला एपिसोड 59 मिनट का है दूसरा भी 51 मिनट का है और उसके बाद के एपिसोड आधे घंटे से लेकर 45 मिनट के बीच के और फिर फिनाले एक घंटे का। लेकिन, अभी बात पहले एपिसोड की। कहानी दिल्ली से निकलकर मुंबई आ चुकी है। गैसकांड को अपनी विफलता मानने वाला श्रीकांत यहां एक आईटी कंपनी में अपने से आधी उम्र के बॉस से डांट खा रहा है। घर में पहले जैसा ही रायता फैला है। बेटा गन मांग रहा है साइलेंसर वाली। बेटी के ब्वॉयफ्रेंड का कुछ अलग चक्कर चल रहा है और बीवी काउंसलर का अप्वाइंटमेंट ले आई है। एनआईए की स्पेशल विंग टास्क का सबसे होशियार अफसर श्रीकांत तिवारी फैमिली मैन की तरह ही जीने की कोशिश कर रहा है। लेकिन तलपडे आकर उसे वड़ा पाव की याद दिलाता रहता है। दोनों गैसकांड के लिए खुद को दोषी मान रहे मिलिंद को समझाने उसके घर भी जाते हैं। लेकिन, दूसरे सीजन की कहानी श्रीकांत के घर, दफ्तर या दुकान से काफी पहले श्रीलंका से शुरू होती है