
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: दीप्ति मिश्रा
Updated Wed, 26 May 2021 10:33 AM IST
सार
पिछले साल भारत के पूर्वी तट पर तबाही मचाने वाले सुपर साइक्लोन अम्फान के एक साल बाद अब एक और चक्रवाती तूफान यास ओडिशा और पश्चिम बंगाल में तांडव कर रहा है। पिछले चार वर्षों में अकेले बंगाल खाड़ी ने कम से कम 12 चक्रवाती तूफान देखें हैं। ऐसे में सवाल ये उठता है कि बंगाल की खाड़ी कैसे देखते ही देखते चक्रवातों का केंद्र बन गई…?
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विस्तार
बंगाल की खाड़ी से उठा चक्रवाती तूफान यास बेहद गंभीर तूफान में तब्दील चुका है। चक्रवात यास तेजी से ओडिशा के दक्षिण में बालासोर के पास बढ़ रहा है। मौसम विभाग के मुताबिक, चक्रवात यास के थोड़ी ही देर में ओडिशा-बंगाल के तट के पास टकराने की आशंका है। आईएमडी के मुताबिक, यास नाम का ये तूफान गंभीर चक्रवाती तूफान जब तट से टकराएगा, तब 130-140 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से हवाएं चलने का अनुमान है। मौसम विभाग के अनुसार सुबह 9 बजे से लैंडफॉल की प्रक्रिया जारी है। चक्रवात यास के टकराने के पहले से बाद तक करीब छह घंटे तक इसका असर रहेगा।
भारत ने 1970 से अब तक 170 चक्रवातों का कहर झेला
भारतीय प्रायद्वीप ने वर्ष 1970 के बाद से करीब 170 तूफानों का सामना किया है। इस समान अवधि में अमेरिका ने 574, फिलीपींस ने 330 और चीन 330 चक्रवातों को झेला है। चक्रवाती तूफानों के मामले में अमेरिका, फिलीपींस और चीन के बाद भारत चौथे नंबर पर आता है।