गर्मी की तेज धूप से शरीर के जिस अंग को सर्वाधिक नुकसान पहुंचता है वो है आंखें। सूरज से निकलने वाली हानिकारक अल्ट्रावायलट किरणें आखों पर बहुत ही बुरा प्रभाव डालती है। आखों को दिमाग से जोड़ने वाली बारीक शिराएं होती है। ये शिराएं स्कीन के बिल्कुल ही पास होती है। इसलिए धूप के संपर्क में आने से आंखों पर सबसे अधिक असर पड़ता है। तो जब भी आप धूप में बाहर निकले सबसे पहले अपनी आंखों को सुरक्षित करके चले।
आखों में धूप के कारण आखें लाल होना, आखों में तेज जलन होना, आंखों से पानी आना और कंजंक्टिवाइटिस रोग होने लगता है। जब भी आप धूप से वापस आएं थोड़ी देर पंखे या कूलर के सामने बैठ जाएं। उसके बाद जब आपके शरीर का तापमान सामान्य होने लगे तो तब पानी से आंखों को धो लें। अगर आखों की जलन अभी भी नहीं मिटी है तो बर्फ से सैक कर सकते हैं।
अगर आंख में कोई कचरा या मिट्टी गिर गई है तो कभी भी हाथ से जोर से रगड़े नहीं। किसी साफ और मुलायम कपड़े से आंख की सफाई करें। जब भी घर से बाहर निकले तो आंखों पर सनग्लासेज लगाकर जाएं। इससे UV किरणें सीधे आंख को प्रभावित नहीं करेगी। तेज धूप में UV किरणों से आंखों के ऊपर बनी टीयर सेल परत टूटने लगती है। ऐसे में कॉर्नियां की सेफ्टी के लिए सनग्लासेज पहनना जरूरी है।
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अपनाएं यह घरेलू उपचार अगर आप भी हैं निमोनिया या सांस लेने में तकलीफ से परेशान