जब हमारी इंद्रियाँ और शरीर सुस्त और थक जाती है तब भागदौड़ भरी इस जीवन में ध्यान हमारे तनाव को कम करता है। भागदौड़ भरी इस जिंदगी में ध्यान लगाना हमारे शरीर और हमारे स्वस्थ्य के लिए बहुत ही ज्यादा आवश्यक है।
ध्यान से ना सिर्फ हमारे शरीर को फायदा पहुंचता है बल्कि हमारी यादास्त भी तेज होती है। जो व्यक्ति ध्यान लगाता है वह ना सिर्फ शरीर से ही स्वस्थ बल्कि उसके भावनात्मक स्वस्थ्य में भी सुधार होती है। हाल ही में हुए एक खोज से पता चला है कि ध्यान लगाने से आपकी रचनात्मक सोच में भी वृद्धि होती है।
यह शोध ‘माइंडफुलनेस’ नामक एक जर्नल में प्रकाशित हुई है। शोध में पता चला है कि ध्यान लगाने से लोगों के सोच में बदलाव आता है और उनकी यादास्त तेज होती है। लोगों में सोचने की क्षमता बढ़ती है और नए विचार आते है।
शोध से यह भी पता लगा है कि सभी प्रकार के ध्यान लगाने से प्रभाव एक जैसा नहीं होता। जिन लोगों ने ओपन मॉनिटरिंग मेडिटेशन किया उन सभी के पास एक ही समस्या के अनेकों उपाय मौजूद थे परंतु इसके विपरीत जिन लोगों ने फोकस्ड अटेंशन मेडिटेशन किया उन लोगों पर कोई भी प्रभाव देखने को नहीं मिला।
शोध में सभी लोगों को सोचने का भी काम दिया गया। इन सभी लोगों में कुछ नए लोग भी शामिल थे। शोध में मेडीटेशन के अलग अलग तकनीकों पर जांच की गया।