चंडीगढ़, जीन्द: प्रदेश के मुख्यमंत्री आज जब जीन्द आए, तो उन्होंने इंडियन मैडिकल एसोसिएशन के प्रधान डॉ. अजय गोयल से वार्ता की और उन्हे कहा कि जीन्द में कोविड-19 का ईलाज करने वाले प्राईवेट अस्पतालों के लिए हरियाणा सरकार ने फीस के मापदण्ड तय किए हैं, तो आईएमए ने अपने निर्देशन में उन प्राईवेट अस्पतालों से फीस चार्ज बोर्ड पर डिस्पले कराएं, जो कोविड-19 के मरीजों को अपने यहां दाखिल करते हैं।
आईएमए प्रधान डॉ. अजय गोयल ने बताया कि जीन्द में चार प्राईवेट अस्पताल जिनमें बाला जी अस्पताल, मीनाक्षी जैन अस्ताल, सर्वाेदय अस्पताल व जीन्द हार्ट केयर अस्पताल ही कोविड-19 के मरीजों को दाखिल कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि प्राईवेट अस्पताल में जो मरीज सामान्य कमरे में आईसोलेशन बैड पर दाखिल हैं उनसे आठ हजार रुपए प्रतिदिन और अगर आक्सीजन की जरूरत है या नहीं है तथा दवाईयों, टैस्ट और डाक्टर की विजिट सहित आठ हजार रुपए प्रतिदिन लिए जाएंगे और आईसीयू में बिना वेंटिलेटर के साथ दवाईयों, टैस्ट और डाक्टर की विजिट के साथ 13 हजार रुपए प्रतिदिन तथा आईसीयू में वेंटिलेटर के साथ दवाईयां टैस्ट व डाक्टर की विजिट सहित 15 हजार रुपए फीस ली जाएगी।
डॉ. अजय गोयल ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल को आश्वस्त करवाया कि इससे अधिक फीस अगर कोई प्राईवेट अस्पताल लेता है तो शिकायत मिलने पर उसके खिलाफ कार्यवाही की जाएगी। बाद में आईएमए प्रधान डॉ. अजय गोयल व महासचिव डॉ. सुशील मंगला ने बताया कि कोई भी प्राईवेट अस्पताल जो कोविड-19 के मरीजों का ईलाज कर रहा है, उपरोक्त फीस से ज्यादा फीस वसूल नहीं कर सकता। अगर कोई अस्पताल ऐसा करता है, तो इसकी शिकायत सरकार के साथ-साथ आईएमए के प्रधान डॉ. अजय गोयल व महासचिव डॉ. सुशील मंगला को व्यक्तिगत रूप से मिलकर व फोन के द्वारा मरीज के परिजन कर सकते हैं। ज्यादा फीस लेने पर ऐसे अस्पताल के खिलाफ कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। उन्होंने सभी चारों कोविड-19 होस्पिटल को निर्देश दिए कि वह फीस की डिटेल एक बोर्ड पर डिस्पले करें, ताकि किसी प्रकार की कोई परेशानी ना आए।