प्रियजन के सिरहाने रखे
हर क्षण
खत्म होते ऑक्सीजन
सिलेंडर के साथ
खत्म हो जाता है
एक परिवार।
नेताओं के स्वार्थ से
एक पूरे राज्य की मृत्यु होती है
हज़ारों चिताओं से
एक साथ उठती
वीभत्स लपटें
देश खत्म कर देती हैं।
हर जीवित व्यक्ति इस समय
श्मशान के द्वार पर खड़ा है।
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