न्यूज डेस्क, अमर उजाला, कोलकाता
Published by: Amit Mandal
Updated Sat, 17 Apr 2021 01:29 AM IST
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पांचवें चरण में राज्य में जलपाईगुड़ी, कलिम्पोंग दार्जिलिंग, नदिया, उत्तर 24 परगना और पुर्बा बर्धमान जिलों की 45 सीटों पर मतदान होगा। पांचवे चरण की इन सीटों पर एक स्पष्ट विभाजन है। यहां उत्तर बंगाल की 13 सीटें भाजपा का मजबूत गढ़ मानी जाती हैं। वहीं इसके विपरीत दक्षिण बंगाल में तृणमूल की स्थिति बेहतर है। हालांकि दक्षिण बंगाल से अपना दबदबा खो चुका वामदल भी यहां कुछ सीटों पर आश्चर्यचकित कर सकता है।
मुख्य मुद्दों की बात करें तो गोरखालैंड आंदोलन, चाय बगान मजदूरों पर अत्याचार, विकास कार्यों का अभाव इस चुनाव में उत्तर बंगाल के प्रमुख विषय हैं। वहीं उत्तर बंगाल की तुलना में दक्षिण बंगाल में थोड़ा विकास तो हुआ है। लेकिन रोजगार के अवसरों की कमी सत्ताधारी दल को परेशान कर सकता है।
सत्ता विरोध लहर के बीच टीएमसी योजनाओं के सहारे
भाजपा तोलाबाजी (जबरन वसूली), कटमनी और सिंडिकेट राज का आरोप लगाकर टीएमसी पर निशाना साध रही है। वहीं सत्ताधारी दल के खिलाफ सत्ता विरोध लहर को भी महसूस किया जा सकता है। हालांकि, ममता बनर्जी की अगुवाई वाली टीएमसी अपनी कल्याणकारी योजनाओं जैसे दुआरे सरकार, स्वस्थो साथी और कन्याश्री के जरिए लोगों को लुभा रही है।
इन सीटों पर रहेंगी निगाहें
कमरहटी विधानसभा सीट पर टीएमसी के दिग्गज मदन मित्रा का भाजपा के अनिंदया राजू बनर्जी से मुकाबला है। इस सीट पर लेफ्ट ने सयनदीप मित्रा को प्रत्याशी बनाया है। वहीं दमदम सीट पर टीएमसी ने राज्य सरकार में मंत्री ब्रत्य बसु तो भाजपा ने बिमल शंकर नंदा और वाममोर्चा ने पलाश दास को प्रत्याशी बनाया है। बिधाननगर सीट पर टीएमसी ने सुजीत बोस तो भाजपा ने सब्यसाची दत्ता को उम्मीदवार बनाया है। जबकि राजारहाट-गोपालपुर सीट पर टीएमसी की अदिति मुंशी का मुकाबला भाजपा के प्रवक्ता शमिक भट्टाचार्य से है। इसी तरह सिलीगुड़ी सीट से भाजपा ने शंकर घोष, टीएमसी ने प्रो.ओम प्रकाश मिश्रा पर दांव खेला हैं। वहीं दार्जिलिंग से भाजपा ने नीरज जिंबा, जीजेएम (गुरुंग) ने पेंबा शेरिंग और वाम मोर्चा ने गौतम राज राय को चुनावी मैदान में उतारा है।