
कोरोना वायरस की भयावह रफ्तार के चलते देश में पहली बार एक दिन में दो लाख से ज्यादा लोग कोरोना वायरस की चपेट में आए हैं। पिछले वर्ष 30 जनवरी को देश में पहला संक्रमित मरीज मिला था।
तब से लेकर अब तक एक दिन में सबसे अधिक मामले मिलने का यह नया रिकॉर्ड है। सिर्फ नौ दिन में प्रतिदिन मिलने वाले मामले एक से बढ़कर दो लाख हो गए। वहीं, अमेरिका में इतने ही मामले होने में 21 दिन लगे थे।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि पिछले एक दिन में 2,00,739 मामले सामने आए हैं। वहीं, लगातार दूसरे दिन देश में एक हजार से ज्यादा लोगों की मौत हुई है। बीते बुधवार को 1,038 मरीजों ने इलाज के दौरान कोरोना संक्रमण से दम तोड़ दिया। राहत की बात है कि इस दौरान 93,528 मरीज ठीक हुए हैं।
बहरहाल संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ने से ठीक होने की दर घटती जा रही है। देश में अभी 88.31 फीसदी मरीज स्वस्थ हो चुके हैं, जबकि 14,71,877 सक्रिय मरीजों का उपचार चल रहा है। देश में कोरोना की सक्रिय दर 10.46 फीसदी तक पहुंच चुकी है, जो इससे पहले कभी देखने को नहीं मिली। इसके अलावा देश में पहली बार एक दिन में 1.06 लाख सक्रिय केस बढ़े हैं।
वहीं, देश में संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 1,40,74,564 पहुंच गए हैं। इसी के साथ कोविड से मरने वालों की संख्या 1,73,123 हो गई। पिछले छह महीने में एक दिन में सबसे ज्यादा मौतें बीते बुधवार को हुई है। इससे पहले पिछले साल 17 अक्तूबर को सबसे ज्यादा 1,032 लोगों की मौत हुई थी।
नए मामलों की तुलना में ठीक होने वाले मरीजों की संख्या आधे से भी कम
मंत्रालय ने बताया कि देश में अब तक 1,24,29,564 मरीज कोरोना वायरस को मात देने में कामयाब हुए हैं। रोजाना के आधार पर दर्ज होने वाले नए कोरोना केसों की तुलना में ठीक होने वाले मरीजों की संख्या करीब आधे से भी कम है।
वहीं, भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के मुताबिक, देश में अब तक 26,20,03,415 नमूनों की कोरोना जांच की जा चुकी है। इनमें से 13,84,549 नमूनों की जांच बुधवार को की गई है।
अब तक 16 राज्यों में बिगड़ गए हालात
दूसरी लहर के कारण देश के 16 राज्यों में हालात बिगड़ चुके हैं। एक महीने पहले तक देश के तीन ही राज्यों में सबसे ज्यादा मामले देखने को मिल रहे थे, लेकिन धीरे-धीरे इनका असर पड़ोसी राज्यों पर भी होने लगा।
फिलहाल स्थिति यह है कि हर दिन 80 से 82 फीसदी तक नए मामले महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, छत्तीसगढ़, कर्नाटक, मध्यप्रदेश, केरल, तमिलनाडु, गुजरात और राजस्थान में देखने को मिल रहे हैं।
इनके अलावा हरियाणा, पंजाब, तेलंगाना, उत्तराखंड, आंध्र प्रदेश और पश्चिम बंगाल में भी कोरोना वायरस के मामले बढ़ने लगे हैं। वहीं, असम में भी जांच का स्तर सबसे निचले पायदान पर है, इसीलिए वहां से संक्रमित मामलों की सटीक जानकारी भी नहीं मिल पा रही है।