जब आप पूरे दिन थककर घर वापस आते हैं और अपने बिस्तर पर लेटते हैं तो तकिया के बिना आपको अपना बिस्तर अधूरा लगता होगा. आपको तकिया लेकर सोने या सिरहाने लगाकर लेटने की आदत होगी. तभी आपकी पूरे दिन की थकान मिटती होगी. लेकिन आज जो हम आपको बताने जा रहे हैं इसको पढ़ने के बाद आप तकिया लगाना छोड़ देंगे. क्या आपको सिर दर्द गर्दन दर्द बालों का झड़ना ऐसी समस्याओं से शिकायत है तो ये खबर आपके लिये ही है.
रिसर्च से हुआ साबित
एक रिसर्च के मुताबिक सिर के नीचे तकिया लेकर सोने से हमें कई शारीरिक और मानसिक दिक्कतें होती हैं. गलत पोजीशन या फिर गलत हाइट की वजह से गर्दन पर ज़ोर पड़ता है.आज हम आपको तकियां लगाकर सोने के नुकसान बताने जा रहे हैं…
शारीरिक एवं मानसिक दिक्कतें
एक रिसर्च के मुताबिक सिर के नीचे तकिया लेकर सोने से हमें कई शारीरिक और मानसिक दिक्कतें होती हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि कई बार तकिये की गलत पोजीशन या फिर गलत हाइट की वजह से गर्दन पर ज़ोर पड़ता है. जिसकी वजह से रात भर सोने के बावजूद सुबह उठने पर हम खुद को तरो-ताजा महसूस नहीं करते, जो हमारे मानसिक तनाव का कारण बनता है.
चेहरे पर झुर्रियां
कुछ लोगों को तकिए में मुंह छुपा कर सोने की आदत होती है. कई बार आप अपने गाल तकिए पर टिका देते हैं. दोनों ही सूरतों में आपके चेहरे पर झुर्रियां पड़ने का खतरा बढ़ जाता है. जबकि बिना तकिये के सोने पर ऐसा कोई खतरा नहीं होता.
एलर्जी
इसके अलावा आपका फेवरेट तकिया आपके चेहरे पर एलर्जी का एक कारण भी बन सकता है. ऐसा इसलिए क्योंकि तकिये को बनाने के लिए अलग-अलग तरह के कपड़े, उस पर डिजाइन देने के लिए रंगों का प्रयोग, आदि होता है. अब यह जरूरी नहीं कि यह सभी चीजें हमारी त्वचा को ध्यान में रखकर बनाई गई हों.
मुंहासे
कई बार आपके तकिये के कवर साफ नहीं होते, उसमें मिट्टी के कण मौजूद होते हैं जो रात में नींद के दौरान हमारे चेहरे पर लग जाते हैं. यही दूषित कण मुंहासों के बनने का कारण हैं. इसलिए या तो तकिया ना लें या फिर इसे अपने चेहरे से दूर ही रखें.
हेयर फॉल
अक्सर लोग हेयर फॉल के लिए प्रदूषण को ही जिम्मेदार मानते हैं.लेकिन ऐसा नहीं है, सोने के दौरान हमारे बालों और तकिए के बीच रगड़ होती है. इससे बाल रूखे हो जाते हैं और उनका मॉइश्चर उड़ जाता है. कई बार बालों और तकिए की रगड़ के चलते बाल बीच में से ही टूट जाते हैं.
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