संता के हाथ पैर पे पट्टी बंधी हुई थी,
बंता- क्या हुआ भाई?
संता- मैंने बदमासी का काम शुरू कर दिया था,
बंता- तो?
संता- मैंने एक आदमी से कहा जो कुछ है,
बाहर निकाल दे,
उसने देसी कट्टा निकालकर मेरी कनपटी पे रख दिया
🙂 🙂 🙂 🙂 🙂 🙂 🙂 🙂 🙂 🙂 🙂 🙂 🙂 🙂
संता चोर बन गया,
संता- जो कुछ है चुपचाप बाहर
निकाल दे,
बंता- ऐसा मत करो गुरु,
मैं खाली हाथ लौटा तो बीवी कच्चा
चबा जाएगी,
संता- अबे साले तो मेरी बीवी कौन सा तल
के खायेगी
🙂 🙂 🙂 🙂 🙂 🙂 🙂 🙂 🙂 🙂 🙂 🙂 🙂 🙂
संता बंता छत पे सो रहे थे,
अचानक बारिश शुरू हो गयी,
संता घबराकर बोला- भाई जल्दी नीचे
चल लगता है आसमान में छेद हो गया है,
अचानक जोर से बिजली कड़की,
बंता ख़ुशी से उछलकर बोला- लेता रह भाई,
वो देख वैल्डिंग वाले भी आ गए