चंडीगà¥: पà¥à¤°à¤¾à¤šà¥€à¤¨ कला केनà¥à¤¦à¥à¤° दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ टैगोर थियेटर में आयोजित किठजा रहे 50वें à¤à¤¾à¤¸à¥à¤•र राव समà¥à¤®à¥‡à¤²à¤¨ के पांचवें दिन कोलकाता के जानेमाने सरोद वादक शà¥à¤°à¥€ आलोक लहरी à¤à¤µà¤‚ शà¥à¤°à¥€ अà¤à¤¿à¤·à¥‡à¤• लहरी की सरोद जà¥à¤—लबंदी à¤à¤µà¤‚ कोलकाता के ही बरà¥à¤®à¤¨ बंधà¥à¤“ं ने तबला शà¥à¤°à¥€à¤–ोल जà¥à¤—लबंदी का दरà¥à¤¶à¤•ों ने खूब आनंद उठाया । इस कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® का आयोजन केनà¥à¤¦à¥à¤° के अधीकृत यूटयूब चैनल, फेसबà¥à¤• पेज पर à¤à¥€ पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤°à¤¿à¤¤ किया गया ।
कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® की शà¥à¤°à¥‚आत बरà¥à¤®à¤¨ बंधà¥à¤“ं के तबला शà¥à¤°à¥€à¤–ोल जà¥à¤—लबंदी से हà¥à¤ˆ । रूपक ताल में जोरदार शà¥à¤°à¥‚आत करके इस जोड़ी ने रेले कायदे,पलटे इतà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¿ पेश किठ। इस बेजोड़ जà¥à¤—लबंदी देखकर दरà¥à¤¶à¤•ों ने खूब आनंद उठाया । उपरांत कà¥à¤› घराने बंदिशों से दरà¥à¤¶à¤•ों का मनोरंजन किया । कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® के अंत मे तीन ताल में निबदà¥à¤§ लयकारी सवाल जवाब से कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® का दमदार समापन करके इस जोड़ी ने खूब तालियां बटोरी ।
इस कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® के दूसरे à¤à¤¾à¤— में आलोक लहरी à¤à¤µà¤‚ अà¤à¤¿à¤·à¥‡à¤• लहरी के पिता पà¥à¤¤à¥à¤° की जोड़ी ने मंच संà¤à¤¾à¤²à¤¾ । इनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने राग रागेशà¥à¤°à¥€ को चà¥à¤¨à¤¾ और आलाप से शà¥à¤°à¥‚ करके आलाप,जोड़ की बेजोड़ पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤à¤¿ पेश की । उपरांत à¤à¤ªà¤¤à¤¾à¤² और तीन ताल में मधà¥à¤° गतें
पेश की । कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® के अंत में इनà¥à¤¹à¥‹à¤¨à¥‡ राग काफी में निबदà¥à¤§ रूपक ताल में रचना पेश करके खूब वाहवाही बटोरी ।
कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® के अंत में कलाकारों को समà¥à¤®à¤¾à¤¨à¤¿à¤¤ किया गया ।