लिपस्टिक के बिना वूमेन की मेकअप किट कंप्लीट नहीं माना जाता है। लिपस्टिक की अहमियत बहुत ज्यादा होती हैं क्योंकि इसके बिना मेकअप को फिनिशिंग टच कभी नहीं मिलता। कुछ महिलाएं भले ही बाकी किसी मेकअप प्रॉडक्ट्स इस्तेमाल करें ना करें लेकिन लिपस्टिक लगाना वो नहीं भूलती और रात को भी लिपस्टिक रिमूव नहीं करतीं। शायद आप यह नहीं जानते कि लिपस्टिक में सीसा का इस्तेमाल किया जाता है जो आपकी सेहत को बहुत हानि पहुंचा सकता है। इस से आपके मुलायम होंठ ड्राई हो सकते हैं या होंठों के आस-पास की त्वचा पर एलर्जी और जलन भी हो सकती है। लिपस्टिक बनाने में इस्तेमाल की जाने वाली कैमिकल्स और धातुएं कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी को भी न्योता दे सकते हैं।
लिपस्टिक बनाने में सीसा, कैडमियम, मैग्नीशियम क्रोमियम और एल्यूमिनियम जैसे धातुओं का इस्तेमाल किया जाता है जो खतरनाक बीमारियों के लिए जिम्मेदार हैं। यह शरीर के अंदरूनी अंगों को पूरी तरह से डेमेज भी कर सकती है। इसमें काफी मात्रा में कैडमियम पाया जाता हैं, जिससे गुर्दे के खराब होने के खतरा बढ़ जाता है।
लिपस्टिक में काफी मात्रा में सीसे का इस्तेमाल किया जाता हैं जो कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी के खतरे को बढ़ा सकता हैं। यह शरीर प्रतिरोधक क्षमता को भी कम कर देता है। तंत्रिका तंत्र इससे महिलाओं की शैक्षणिक व याद रखने की क्षमता कम हो जाती है। उनके स्वभाव में चिड़चिड़ापन और झगड़ालू प्रवृति आ जाती है। सीसे में न्यूरोटॉक्सिन नामक तत्व पाया जाता हैं जो कि नर्वस सिस्टम पर बुरा प्रभाव डालता है।
लिपस्टिक में पाया जाने वाला एल्यूमिनियम स्वास्थ्य के लिए नुकसानदेह होता है। इसका इस्तेमाल होठों की खूबसूरती बढ़ाने के लिए होता है जो मुंह के जरिए पेट में चली जाती है जो शरीर में विषैले तत्वों की मात्रा को बढ़ाते हैं। एल्यूमिनियम से पेट का अल्सर, लकवा आदि रोग व शरीर में फास्फेट की कमी हो सकती है।
लिपस्टिक में इस्तेमाल किए गए अन्य कैमिकल्स स्किन को नुकसान पहुंचा सकते हैं। इससे स्किन और आंखों में जलन, एलर्जी, शरीर में जकड़न और गले में खराश जैसी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
इसमें मौजूद मैग्नीशियम भी भारी मात्रा शरीर में चला जाता है। लंबे समय तक अधिक मात्रा में मैग्नीशियम शरीर में जाने से यह आपके नर्व फिबेर्स को प्रभावित कर सकता है।