
शिवराज सिंह सीधी जिले में बस हादसे के पीड़ितों से मिलने गए थे. (फाइल)
मध्य प्रदेश में लोक निर्माण विभाग (PWD) के एक अधिकारी को ड्यूटी में लापरवाही के आरोप में निलंबित कर दिया गया, क्योंकि वह सर्किट हाउस में ठहरे विशेष मेहमान का ख्याल नहीं रख सका. वो खास मेहमान कोई और नहीं बल्कि मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan) थे, जो सीधी जिले में हुए भयानक बस हादसे के पीड़ितों से मिलने पहुंचे थे.
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सीधी जिले के सर्किट हाउस में बुधवार को ठहरे शिवराज सिंह को रात में मच्छरों ने सोने नहीं दिया और सुबह के वक्त पानी का टैंक ओवरफ्लो होने पर उनका धैर्य जवाब दे गया. सीएम ने इसकी जानकारी उच्च अधिकारियों को मिली तो डिवीजनल कमिश्नर राजेश कुमार जैन ने गुरुवार को नोटिस जारी कर जवाब मांगा.
इसमें कहा गया है कि अधिकारी को पता था कि मेहमान आने वाले हैं, फिर भी वह सरकारी स्थान पर साफ-सफाई सुनिश्चित करने में असफल रहा. सरकारी संस्थान की खराब हालत को लेकर शिकायतें थीं.खबरों के मुताबिक, मच्छरों ने मुख्यमंत्री को रात में सोने नहीं दिया, मच्छरदानी न होने के कारण उन्हें दिक्कतें झेलनी पडीं. रात करीब 2.30 बजे उन्होंने शिकायत की तो मच्छरों को मारने वाले स्प्रे का छिड़काव कमरे में किया गया.
असुविधा का आलम यह थी कि सुबह 4 बजे के वक्त सर्किट हाउस के पानी का टैंक उफना गया और उनकी नींद में फिर खलल पड़ा. मुख्यमंत्री को कथित तौर पर खुद पानी की मोटर बंद करने के लिए उठना पड़ा. नोटिस में कहा गया कि अफसर बाबू लाल गुप्ता अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करने में नाकम रहा, इससे जिले की छवि भी धूमिल हुई.