असम के मंत्री सरमा की छवि ”खराब” करने के आरोप में चार पत्रकारों समेत छह गिरफ्तार


असम के मंत्री हिमंत बिस्वा सरमा (फाइल फोटो).

गुवाहाटी:

असम (Assam ) के मंत्री हिमंत बिस्वा सरमा (Himanta Biswa Sarma) को बदनाम करने की कोशिश के आरोप में पुलिस ने बुधवार को चार पत्रकारों सहित छह लोगों को गिरफ्तार कर लिया. चार पत्रकारों में एक महिला पत्रकार भी शामिल है. पुलिस ने यह जानकारी दी. पुलिस ने कहा कि आरोपियों ने ‘‘गलत मंशा” से मंत्री और उनकी बेटी की एक तस्वीर साझा की थी. मंत्री की पत्नी ने पोक्सो कानून के तहत यहां दिसपुर थाने में शिकायत दर्ज कराई थी. इसके बाद गुवाहाटी नगर पुलिस ने मामले की जांच शुरू की.

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गुवाहाटी शहर के पुलिस आयुक्त मुन्ना प्रसाद गुप्ता ने पीटीआई -भाषा को बताया कि स्थानीय समाचार वेबसाइट ‘प्रतिबिंब लाइव’ के प्रधान संपादक तौफीकुद्दीन अहमद और समाचार संपादक आसिफ इकबाल हुसैन को “साजिश” की जांच के सिलसिले में गिरफ्तार कर लिया गया. इसके अलावा दो अन्य कर्मचारियों नजमुल हुसैन और नुरुल हुसैन को हिरासत में लिया गया है. उन्हें मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में पेश किया गया, जिन्होंने उन्हें पांच दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया. पुलिस ने कहा कि दो अन्य पत्रकारों शिवसागर में ”स्पॉटलाइट अस ” के नांग नोयोनमोनी गोगोई और ”बोडोलैंड टाइम्स” की पुली मुचाहेरी को भी इस सिलसिले में गिरफ्तार किया गया है.

मंत्री ने यहां संवाददाताओं से कहा कि यह राजनीतिक साजिश का स्पष्ट मामला है और यह गिरी हुयी मानसिकता को दर्शाता है जिसमें उनकी नाबालिग बेटी को भी नहीं छोड़ा गया. उन्होंने कहा, “मेरे विरोधियों द्वारा सभी मोर्चों पर मुझ पर हमला किया गया है लेकिन उनका कोई प्रभाव नहीं पड़ा तो उन्होंने मेरी छवि खराब करने के लिए अलग रणनीति अपनाई. मैं हाल में इस पर गौर कर रहा हूं.” सरमा ने कहा कि गलत मंशा से पोस्ट की गई तस्वीर परेशान करने वाली थी और “हम पूरी रात नहीं सो पाए.”

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अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) जीपी सिंह ने कहा कि पुलिस यौन अपराध से बच्चों की सुरक्षा (पॉक्सो) अधिनियम के सख्त प्रावधानों के तहत ऐसे सभी प्रयासों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेगी. अधिकारी ने कहा कि उन सभी को दिसपुर थाने में दर्ज एक मामले के आधार पर गिरफ्तार किया गया है.सिंह ने कहा कि ऐसे सभी व्यक्तियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी जिन्होंने सोशल मीडिया मंचों का उपयोग किसी भी तरह से इस साजिश को आगे बढ़ाने के लिए किया है.

वेबसाइट ने मंत्री द्वारा बेटी को गले लगाने की एक तस्वीर साझा की थी. इसके बाद यह तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो गई. बाद में वेबसाइट ने इस बात के लिए माफी मांगी कि उसने यह जिक्र नहीं किया था कि फोटो में दिख रही लड़की मंत्री की बेटी है. पुलिस ने कहा कि पोस्ट वायरल करने वालों की पहचान के लिए मामले की जांच की जा रही है.

(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)



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