आजकल जहां खराब आदतों और शहरों की जीवनशैला को नपुसंकता की सबसे बड़ी वजह माना जाता रहा है वही डॉक्टरों का यह मानना है कि नपुसंकता का कारण सोडायुक्त कोलड्रिंक्स का सेवन भी व्यक्ति को पूरी तरह नपुसंक बना सकता है.
इन पेय में मौजूद कृत्रिम स्वीटनर एस्पार्टमे हमारे हार्मोन का संतुलन पूरी तरह बिगाड़ सकता है और इससे महिलाओं में नपुसंकता का खतरा और भी ज्यादा बढता है.
इंदिरा आईवीएफ के विशेषज्ञ ने बताया, “करीब सभी सॉफ्ट ड्रिंक और सोडा पेय में एस्पार्टामे मौजूद होता है, जो नपुंसकता, कुरूपता और गर्भपात जैसी कई तरह की कई सारी स्वास्थ्य समस्याएं पैदा कर सकता है.” उन्होंने कहा, “इस तरह के कृत्रिम पेय का अत्यधिक सेवन करने से हार्मोन का संतुलन पूरी तरह बिगड़ सकता है, जिसके कारण अंडकोष से जुड़े विकार भी हो सकते हैं.”