पीपल के पेड़ के इस्तेमाल से तो कई तरह की बीमारियों को आसानी से दूर किया जा सकता है लेकिन आज आपको हम यह बता रहे हैं कैसे अस्थमा में पीपल उपयोगी है.
पीपल के पेड़ की जो बाहर की छाल है उसकी सूखी छाल को हटाकर कर अंदर की गीली छाल को टुकड़े करके छांव में सुखाकर इसका पाउडर बनाएं.
पाउडर बनाकर 5 से 10 ग्राम इस पाउडर को 100 से 200 ग्राम चावल की खीर में डालें.पहले खीर को अच्छे से पकाएं और बाद में इस पाउडर को खीर में मिलाएं.
पूर्णिमा के दिन ये खीर आपके लिए विशेष लाभकारी हो जाती है. इसलिये खीर को पूर्णिमा या शरद पूर्णिमा के दिन चांदनी रात में खुले आसमान में रख दें.
3 से 4 घंटे बाद खीर का खा लें.
100 से 200 ग्राम एक ही व्यक्ति को खानी है. तभी उसे लाभ मिलेगा.
कफ और अस्थमा के रोगियों के लिए ये बहुत ही गुणकारी और लाभकारी नुस्खा है.
ध्यान रहें, जिसने रात में इस खीर को खाया है उसे रातभर सोना नहीं है बल्कि जागे रहना है. सोने से खीर का लाभ कम हो जाएगा.
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