
ईंधन की बढ़ती कीमतों को लेकर शिवसेना का केंद्र के खिलाफ प्रदर्शन
महाराष्ट्र और मुंबई में सत्ताधारी पार्टी शिवसेना और विपक्षी पार्टी भारतीय जनता पार्टी (BJP) आमने-सामने हैं. बीजेपी ने बिजली बिल (Electricity Bill) माफ करने के वादे को पूरा नही करने के विरोध में बिजली बिल दफ्तरों में तालाबंद प्रदर्शन का आयोजन किया है. वहीं, उद्धव ठाकरे की पार्टी शिवसेना (Shiv Sena) ने शुक्रवार को पेट्रोल, डीजल और रसोई गैस की बढ़ती कीमतों के खिलाफ अलग-अलग शहरों में विरोध प्रदर्शन का आयोजन किया.
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बीजेपी ने कांदिवली में ठाकरे सरकार की वादाखिलाफी के विरोध में मोर्चा निकालकर बिजली कंपनी अडानी के दफ्तर पर ताला लगाओ आंदोलन किया. बीजेपी का आरोप है कि लॉकडाउन (Lockdown) के दौरान लोगों के बिजली बिल बहुत ज्यादा आये थे तब सरकार ने 100 यूनिट माफ करने का वादा किया था, लेकिन अब ठाकरे सरकार अपने वादे से मुकर रही है. 72 लाख लोगों को नोटिस भेजे जा चुके हैं कि 15 दिन में अगर वो बिजली बिल नही भरेंगे तो बिजली काट दी जाएगी.
वहीं दूसरी ओर शिवसेना ने पेट्रोल, डीजल और रसोई गैस के दामों में बढ़ोतरी के विरोध में केंद्र सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला है. ईंधन की कीमतों में वृद्धि के लिए केंद्र की बीजेपी सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए आज शिवसेना ने मुम्बई में अलग-अलग जगहों पर मोर्चा निकाला. शिवसेना ने ऐसा ही एक मोर्चा बोरीवली में निकाला. खास तौर पर ये बताने के लिए कि ईंधन की कीमतें अगर इसी रफ्तार से बढ़ती रहीं तो लोगों को बैलगाड़ी से चलना होगा इसलिये मोर्चे में बैलगाड़ी का इस्तेमाल किया गया.