शराब अगर शौक है तो समझ में आता है अगर लत बन जाए तो जिंदगी बर्बाद हो जाती है। जिंदगी बर्बाद सिर्फ पीने वाले की नहीं बल्कि उससे जुड़े घर के हर सदस्य की हो जाती है। शराब की शुरुआत शौक से शुरु होकर लत बन जाती है उसके बाद तो क्या अंजाम होता है यह बताने की जरूरत नहीं है।
पीने की शुरुआत
पीने की शुरुआत ज्यादातर शौक ओर मौजमस्ती से होती है। ज्यादातर देखने मे आया है कि दोस्तों को कंपनी देने के नाम पर, शादी पार्टियों के नाम पर या कभी हल्के फुल्के मजे के नाम पर शराब की शुरुआत हो जाती है। लेकिन, अगर वक्त रहते इसको छोड़ दिया जाए तो ठीक है नहीं है तो यह पीने वाले के साथ परिवार को भी खत्म कर देती है।
ऐसे बनाएं दूरी
शराब अगर लत बन जाए तो इससे पीछा छुटाना मुश्किल हो जाता है। लेकिन अगर खुद पर विश्वास रखें और इसको छोड़ने की ठाने लें तो नामुमकिन नहीं है। सबसे पहले तो यह दढ़ निश्चय करना होगा कि मैं आगे से शराब नहीं पीउंगा।
इसके बाद नशा मुक्ति केंद्र पर जाकर इसको छोड़ने के उपाय और निश्चिम अवधि का कोर्स पूरा कर इसको छोड़ सकते हैं। इसके अलावा अच्छे डॉक्टर से काउंसलिंग करके इसको छोड़ने के तरीके अपना सकते है।
डॉक्टर की सलाह
बाजार में शराब छुड़ाने के लिए ऐसे कई उत्पाद उपलब्ध हैं इनके नियमित इस्तेमाल से धीरे धीरे शराब पीना भूल जाएंगे। डॉक्टर की सलाह से अल्कोहल छोड़ने के ऐसे उत्पाद इस्तेमाल करके इस बुरी लत से छुटकारा पाया जा सकता है।
लत छुड़ाने के कारगार फॉर्मूले
च्युइंग गम, पॉवर ड्रिंक और ऐसे कई ड्रिंक बाजार में उपलब्ध हैं जो शराब छुड़ाने के लिए काम आते है। इनका इस्तेमाल आपको शुरु में अटपटा लगेगा, लेकिन फिर ऐसा लगेगा कि आप अल्कोहल का ही इस्तेमाल कर रहे हो, धीरे धीरे यह चीजें आपका ध्यान शराब की तरफ से हटा देंगी और आपको इन चीजों से नफरत हो जाएगी।
जिंदगी के अंतिम सफर पर ले जाती है
शराब से छुटकारा पाकर अपना ही नहीं बल्कि अपने परिवार की भी जिंदगी बना सकते हैं, क्योंकि शराब विनाश के रास्ते पर ले जाती है, शराब अंधेरे का वो रास्ता है जहां जाना आसान है, लेकिन वहां से लौटना बड़ा मुश्किल है। एक हद तक सब साथ देते हैं, लेकिन जब यह लत पर हावी हो जाती है तो सब साथ छोड़ देते हैं और अकेलेपन के अलावा कुछ नहीं मिलता। परिवार,घर और समाज से दूर कर यह शराब जिंदगी के अंतिम सफर पर ले जाती है जहां से लौट आना नामुमकिन है।
इन बीमारियों से घेर लेती है शराब
शराब की लत धीरे धीरे कई बिमारियों से घेर लेती है, शराब से पाचनतंत्र पूरी तरह काम करना बंद कर देता है,शरीर में शराब घुलकर खून को बिल्कुल पानी कर देती है। बॉडी एक हद तक शराब को सहन कर सर्कुलेट करती है। अल्कोहल की अत्यधिक मात्रा बढ़ने पर शरीर के सभी अंग धीरे धीरे काम करना बंद कर देते हैं। शराब का सबसे ज्यादा असर फेफड़े और यकत, किडनी पर होता है। शराब से यह अंग बिल्कुल डैमेज हो जाते हैं और पीने वाला जिंदगी के अंतिम छोर पर पहुंच जाता है।