जामुन का फल खाने में कितना स्वादिष्ट होता है ये तो आप सब जानते है, लेकिन ये जामुनी रंग का फल आपके स्वास्थ्य के लिए बहुत ही लाभदायक है. इस फल में रोगों से लड़ने की अद्भुत क्षमता है. जामुन वायुकारक, पित्तनाशक व पाचनक्रिया संबंधी रोगों के लिए रामबाण है. जामुन व इसकी गुटली का उपयोग डायबिटीज व बहुत से अन्य रोगों में भी बहुत फायदेमंद है. आइये इसके अन्य लाभ जानते है यहां –
जामुन पेट संबंधी बीमारियों के लिए बहुत फायदेमंद है. जामुन और आम की गुठलियों के पाउडर का सेवन अगर छाछ के साथ किया जाए तो पेट के दर्द में आराम मिलता है. जामुन पथरी के रोग के लिए भी बहुत सहायक है. जामुन की गुटली के पाउडर को दही के साथ तीन तीन ग्राम की मात्रा में सुबह शाम लें.
इस प्रयोग से पथरी धीरे धीरे गलकर निकल जाएगी. पथरी के मरीज़ को रोज़ाना पके जामुन का भी सेवन करना चाहिए.
जामुन के सेवन या उसके रस पीने से उल्टी में आराम मिलता है. जामुन खाने से दिल की तेज़ धड़कनो को भी कंट्रोल किया जा सकता है.
अगर कोई विषैला कीड़ा काट गया हो तो रोगी को जामुन के पत्तो का रस पिलाए काफी आराम मिलेगा. कीड़े की काटी हुई जगह पर जामुन की पत्तियों का पुल्टिस बाँध दिया जाए तो घाव जल्दी ठीक होने लगता है क्यूंकि इसके पत्तो में नमी सोखने की क्षमता होती है.
जामुन रक्त की कमी व शारीरिक कमज़ोरी को दूर करता है. जामुन के रस के साथ आंवले का रस व शहद को बराबर मात्रा में मिलाकर महीने भर सुबह शाम पीने से खून की कमी दूर हो जाएगी.
जामुन लीवर को भी शक्ति प्रदान करता है. यूरिन से सम्बंधित असमान्यताओं में भी जामुन फायदेमंद है.
जामुन दांत व् मुसोडो से जुडी बीमारियो में भी फायदेमंद है. जामुन के बीज को पीसकर इससे मंजन करें, दांत व मसूड़े स्वस्थ रहेंगे.