इस बात में कोई दोराय नहीं है कि आज के समय में हर व्यक्ति किसी न किसी कारणवश तनावग्रस्त होता जा रहा है। अब इस लिस्ट में सिर्फ पुरूषों का ही नाम शामिल नहीं है। महिलाएं भी डिप्रेशन की शिकार होने लगी है। तो चलिए आज हम उन कारणों पर नजर डालते हैं, जिनके कारण महिलाएं डिप्रेशन का शिकार हो जाते हैं-
जिस घर में पुरूष महिलाओं के प्रति गलत व्यवहार रखते हैं, उस घर में महिलाएं खुद को उपेक्षित महसूस करने लगती हैं। महिलाओं के पूरा दिन काम करने के बावजूद उसका पति जब उसे सम्मान और प्यार नहीं देता तो वह तनाव से ग्रसित होने लगती है।
कुछ घरों में महिलाएं के प्रति घरेलू हिंसा होती हैं, जिसके कारण उनका आत्मविश्वास ही खत्म हो जाता है। ऐसे घर में महिलाओं को यह महसूस होने लगता है वह सभी के बारे में इतना सोचती है लेकिन घर में फिर भी उनकी खास अहमियत नहीं है।
माॅर्डर्न युग में कुछ महिलाओं को घर के कामकाज के साथ जॉब भी करनी पड़ती है। ऑफिस से घर आकर बच्चों की पढ़ाई की टेंशन होने लगती है। वह हर वक्त कुछ न कुछ सोचती रहती हैं। इससे उन्हें आराम करने का समय नहीं मिल पाता और वह डिप्र्रेशन का शिकार हो जाती है।