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व्यायाम करने से शरीर के मेटाबॉलिज्म में वृद्धि होती है

यह बात तो हर कोई जानता है कि कसरत करना सेहत के लिये अत्यंत लाभदायी होता है। परंतु यह बात भी याद रखनी चाहिए की व्यायाम तभी सार्थक सिद्ध होगा जब उसे निरंतर करते रहें। एक साल के लिये व्यायाम करें फिर एक साल उसे त्याग दें, इस तरह की गलती करने वाले लोगों के शरीर कमज़ोर, अस्वस्थ और बेडौल बन सकते हैं। कुछ समय कसरत करने के बाद उसे त्याग देने वाले व्यक्ति के शरीर में क्या – क्या समस्या उत्पन्न हो सकती है उसके बारे में आइये जानते है – व्यायाम अचानक छोड़ देने के दुष्परिणाम क्या हो सकते हैं ?

व्यायाम करने से शरीर फुर्तीला और गठीला बनता है कैलोरी खर्च होती है और शरीर की मांसपेशियों में मेटाबोलिज़म में वृद्धि होती है। पर जब कसरत करना बंद कर देते है तो तब शरीर में तेज़ी से चर्बी बढ़ने लगती है।
कसरत करने वाला व्यक्ति जब उसे करना छोड़ देें तो उसकी सख्त मज़बूत मांसपेशियाँ ढीली और कमज़ोर पड़ने लगती हैं।
व्यायाम छोड़ देने वाले व्यक्ति का वज़न तेज़ी से बढ्ने लगता है। चूँकि परिश्रम करने पर भूख अधिक लगती है और कसरत छोड़ देने के बाद भी यह आदत आसानी से छूटती नहीं है और शरीर कैलोरी खर्च नहीं कर पता है जिस कारण शरीर मे मैद इकट्ठा होने लगता है।
अचानक व्यायाम का त्याग करना दिल की बीमारियों को दावत दे सकता है।

कसरत छोड़ देने से पाचन तंत्र प्रभावित होता है जिससे खान-पान के प्रति लापरवाही और शरीर की बढ़ी हुई अतिरिक्त चरबी बीमारियों को नीली जंडी दिखाने के बराबर है।

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