नीम के फूल से बैली फैट कम किया जा सकता है. नीम फ्लोवर को लैमन के साथ लिया जाता है. इससे यह पेट की अतिरिक्त चर्बी को दूर करता है.
नीम की डंडियों को जिसे दातून भी कहा जाता है से ओरल समस्या ठीक हो जाती हैं. एंटी फंगल प्रोपर्टी होने के कारण नीम माउथ अल्सर, बैड ब्रीथ, दांतों के दर्द को दूर करता है और दांतों की शाइनिंग भी वापिस लाता है.
मुहांसे, ऐक्ने, पिगमेंटेशन तथा फेस की ड्राइेनस को नीम की पत्तियों से ठीक किया जा सकता है. कुछ नीम की पत्तियां लीजिए, पानी में इन्हें तक तक उबाल लीजिए जब तक पानी हरा ना हो जाएं. सुबह-सुबह इस पानी से हर रोज मुंह धोना चाहि.
नीम में मौजूद एंटी-माइक्रोबायल प्रॉपर्टी की वजह से यह डेंड्रफ दूर करने में मदद करती है. नीम के पत्ते और तुलसी को क्रश करके कम से कम सप्ताह में 2 बार इससे बाल धोना चाहिए.
यह गैस्ट्रिक समस्या को भी दूर करता है. पेट के अल्सर, क्रैम्प्स, ब्लोटिंग को भी नीम के जरिए दूर किया जा सकता है. अल्टरनेट डेज पर नीम लीजिए. प्रेग्नेंट वूमेन को नीम नहीं लेना चाहिए. नीम के यूज से पहले डॉक्टर से एक सलाह जरूर लीजिए.