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अदाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड में टोटल की कुल 20% हिस्सेदारी होगी

अदाणी प्रोमोटर ग्रुप, इंडिया और टोटल, फ्रांस ने अदाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड में अदाणी प्रमोटर ग्रुप के शेयरों के अधिग्रहण के जरिये एजीईएल में टोटल द्वारा 20% माइनॉरिटी इंटरेस्ट के अधिग्रहण की घोषणा की।

यह समझौता भारत के प्रमुख इंफ्रास्ट्रक्चर प्लेटफॉर्म, अदाणी ग्रुप और प्रमुख वैश्विक ऊर्जा कंपनी, टोटल के बीच भारत में ट्रांजिशन और ग्रीन एनर्जी क्षेत्रों में गहरी साझेदारी का प्रतीक है। एजीईएल में निवेश अदाणी ग्रुप और टोटल के बीच हुए रणनीतिक गठबंधन के लिए एक और कदम है, जो अदाणी ग्रुप के विभिन्न व्यवसायों और कंपनियों से संबधित है, और जो एलएनजी टर्मिनलों, गैस यूटिलिटी बिजनेस और भारत में रिन्यूएबल परिसंपत्तियों में निवेश करने के लिए है। यह अदाणी और टोटल दोनों की प्रतिबद्धता के अनुरूप है, जो भविष्य की सस्टेनेबल अर्थव्यवस्था में अग्रणी भागीदार होंगे और रिन्यूएबल एनर्जी ऊर्जा के विकास के लिए भारत द्वारा की जा रही खोज में मदद करेंगे।

2018 में, टोटल और अदाणी ने, शहरी गैस वितरण व्यवसाय, अदाणी गैस लिमिटेड, एलएनजी टर्मिनल बिजनेस और गैस मार्केटिंग बिजनेस में टोटल द्वारा निवेश के साथ ऊर्जा साझेदारी की शुरुआत की। टोटल ने अदाणी गैस लिमिटेड में 37.4% हिस्सेदारी और धामरा प्रोजेक्ट में 50% हिस्सेदारी का अधिग्रहण किया। इस साझेदारी की प्रगति के दौरान, इस बात पर सहमति हुई कि टोटल और अदाणी इस गठबंधन को व्यापक सस्टेनेबल एनर्जी क्षेत्र में जारी रखेंगे। टोटल और अदाणी ने एजीईएल के स्वामित्व वाली सौर परिसंपत्तियों के 2.35 गीगावाटएसी पोर्टफोलियो में 50% हिस्सेदारी और 2.5 बिलियन अमेरिकी डॉलर के वैश्विक निवेश के लिए एजीईएल में 20% हिस्सेदारी के अधिग्रहण पर सहमति जाहिर की।

भारत ने 2030 तक 450 गीगावॉट रिन्यूएबल एनर्जी की क्षमता स्थापित करने का नीतिगत लक्ष्य रखा है, जो माननीय प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण, भावना और नेतृत्व से प्रेरित है। 2015 में पेरिस समझौते में प्रधान मंत्री मोदी की प्रतिबद्धता और 2019 संयुक्त राष्ट्र जलवायु कार्रवाई शिखर सम्मेलन में उसका फिर से सुदृढीकरण करने के साथ शुरुआत करते हुए, भारत जलवायु परिवर्तन के खिलाफ लड़ाई के वैश्विक एजेंडे में सबसे आगे रहा है। इस संदर्भ में, अदाणी ग्रुप और टोटल सस्ती कीमतों पर ग्रीन एनर्जी स्रोत विकसित करने और यह परिवर्तनकारी ऊर्जा समाधान प्रदान करने के लिए साथ आये हैं।

एजीईएल ने 2015 में कामुथी, तमिलनाडु में स्थित दुनिया के सबसे बड़े एकल स्थान सौर ऊर्जा परियोजना (648 मेगावाट) के साथ शुरू हुई थी, जिसे मेरकॉम कैपिटल द्वारा #1 वैश्विक सौर ऊर्जा उत्पादन परिसंपत्ति डेवलपर के स्प में स्थान दिया गया है। वर्तमान में, एजीईएल की 14.6 गीगावाट से अधिक की अनुबंधित रिन्यूएबल क्षमता है, जिसमें 3 गीगावाट की परिचालन क्षमता और निर्माणाधीन 3 गीगावाट है और 8.6 गीगावाट क्षमता विकसित की जा रही है। कंपनी का लक्ष्य 2025 तक 25 गीगावॉट रिन्यूएबल ऊर्जा उत्पादन हासिल करना है और कंपनी भारत के सीओपी21 लक्ष्यों और सस्टेनेबिलिटी के व्यापक यूएनएफसीसी लक्ष्यों के लिए सार्थक योगदान देने के लिए प्रतिबद्ध है।

इस अवसर पर, अदाणी ग्रुप के चेयरमैन, गौतम अदाणी ने कहा कि हमें खुशी है कि हमने एक प्रमुख वैश्विक ऊर्जा कंपनी, टोटल, के साथ अपने रणनीतिक गठबंधन को मजबूती प्रदान की है, और अदाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड में एक महत्वपूर्ण शेयरधारक के रूप में हम उनका स्वागत करते हैं। हमारे पास भारत में सस्टेनेबल ऊर्जा रूपांतरण को सक्षम करने के लिए सस्ती कीमत पर रिन्यूएबल ऊर्जा विकसित करने की साझा दृष्टि है। हम आशा करते हैं कि 2030 तक 450 गीगावॉट रिन्यूएबल ऊर्जा के लिए भारत के दृष्टिकोण को आगे बढ़ाने के लिए हम मिलकर काम करेंगे।

इस अवसर पर, टोटल एसई के सीईओ, श्री पैट्रिक पोयाने, ने कहा कि  “यह समझौता भारत में अदाणी ग्रुप के साथ हमारे गठबंधन और भारत में लो कार्बन एनर्जीतक पहुंच के महत्व के संबंध में हमारी साक्षा दृष्टि और लक्ष्यों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। एजीईएल में हमारा प्रवेश भारत में रिन्यूएबल एनर्जी बिजनेस में हमारी रणनीति को प्रमुख स्थान प्रदान करता है, जो दोनों पक्षों द्वारा स्थापित किया गया है, और जो 2.3 गीगावाट की रिन्यूएबल क्षमता के हमारे पहले संयुक्त उद्यम के साथ शुरू हुआ था। बाजार के आकार को देखते हुए, भारत हमारी एनर्जी ट्राजिशन स्ट्रेटजी को साकार करने/लागू करने के लिए सही जगह है।

अदाणी प्रोमोटर ग्रुप का प्रतिनिधित्व क्लिफोर्ड चांस और सिरिल अमरचंद मंगलदास ने किया था। टोटल का प्रतिनिधित्व लैथम एवं वाटकिंस और एज़ेडबी पार्टनर्स द्वारा किया गया था।