पुदीना जिसे हम अंग्रेजी में मिंट कहते हैं, इसे वैज्ञानिक भाषा में मेंथा अरवैन्सिस (मेन्थोल, इसमें पाए जाने वाला खुशबूदार तत्व) कहते हैं। बारह माह चलने वाली खुशबूदार जड़ी है, जो व्यंजनों की शोभा बढ़ाता है, आईए जानत हैं इसके उपयोग और लाभ..
चिकित्सा क्षेत्र में भी इसका बढ़ा महत्व है। मेन्थोल का उपयोग बड़ी मात्रा में दवाईयों, सौंदर्य प्रसाधनों, कालफेक्शनरी, पेय पदार्थो, सिगरेट, पान। मसाला आदि में खुशबू हेतु किया जाता है। इसका उपयोग तेल, यूकेलिप्टस (नीलगिरि वृक्ष) के तेल के साथ कई रोगों में काम आता है।
ये गैस दूर करने के लिए, दर्द निवारण हेतु, तथा गठिया आदि में भी उपयोग किया जाता है। तेल का मेन्थोल प्रतिशत, वातावरण के प्रकार पर भी निर्भर करता है। सामान्यत: यह गर्म क्षेत्रों में अधिक होता है।
इसके अलावा यह व्यंजनों बनाने में भी काफी उपयोग किया जाता है। हालांकि, प्रयोग सिर्फ खुशबू और जायका बढ़ाने के तौर पर होता है। पुदीना सब्जी में पीसकर और पत्ते समेत डाला जाता है। ऐसा सब्जी में खुशबू बढ़ाने के लिए किया जाता है। पीसा हुआ पुदीना सब्जी पर ऊपर से बुरका जाता है, ताकि व्यंजन में ताजगी और सुगंध बनी रहे।
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