
असांजे को इससे पहले स्वीडन में दुष्कर्म के मामले में भी राहत मिल चुकी है.
विकीलीक्स के संस्थापक जूलियन असांजे को अमेरिका प्रत्यर्पित नहीं किया जाएगा. ब्रिटेन की एक अदालत ने सोमवार को यह महत्वपूर्ण फैसला सुनाया. अमेरिका के गोपनीय दस्तावेजों और कूटनीतिक संदेशों को सार्वजनिक करने के आऱोप में अमेरिका असांजे के प्रत्यर्पण की मांग कर रहा था, जिसके खिलाफ सुनवाई चल रही थी. असांजे को इससे पहले स्वीडन में दुष्कर्म के मामले में भी राहत मिल चुकी है. इस मामले में गिरफ्तारी से बचने के लिए असांजे ने कई साल ब्रिटेन स्थित इक्वेडोर के दूतावास में बिताए.
सेंट्रल लंदन की डिस्ट्रिक्ट ओल्ड बैले कोर्ट की जज वैनिसा बैरियेस्टर ने यह बहुप्रतीक्षित फैसला सुनाया. यह मामला लंबे समय से अंतरराष्ट्रीय मीडिया में सुर्खियों में रहा है.अमेरिकी सरकार खुफिया दस्तावेजों की जासूसी के आरोप में असांजे का प्रत्यर्पण चाहती थी. इस मामले में उन्हें मौत की सजा तक हो सकती थी. गौरतलब है कि अमेरिकी सरकार औऱ दूतावासों के बीच खुफिया संदेशों के लीक होने से दुनिया भर में भूचाल आ गया था. साथ ही अमेरिकी सरकार की किरकिरी भी हुआ, जिस पर मित्र देशों के नेताओं की भी जासूसी कराने का आरोप लगा.