लंबे कद की चाहत हर इंसान रखता हैं , लंबाई वाले व्यक्ति बहुत अधिक सुंदर और आकर्षक लगते हैं |लोग अपनी लंबाई बढाने के तरह-तरह के तरीके भी अपनाते है पर उनकी हाईट बहुत आसानी से नहीं बढती लेकिन अगर आप चाहते हैं कि आपकी हाइट बढ जाए तो आप कुछ खास व्यायाम की मदद से आप इसे अवश्य बढ़ा सकते हैं। अगर आप नियमित रुप से इन व्यायामों को अपनाएं तो निश्चित रूप से ये सहायता कर सकता है। आइए जानें लंबाई बढ़ाने वाले व्यायामों के बारे में।
आप चाहें तो बास्केटबॉल भी खेल सकते हैं इससे भी हड्डियों पर दबाव पड़ता है जिससे वे खिंचती हैं और आपकी लंबाई बढ़ने में बहुत मदद मिलती है।
ताड़ासन
ताड़ासन से लंबाई बढ़ाने में मदद मिलती है। सबसे पहले जमीन पर कंबल बिछाकर सीधे खड़े हो जाएं। दोनों पैर को आपस में मिलाकर और दोनों हथेलियों को अपने बगल में रखें फिर पूरे शरीर को स्थिर रखें और दोनों पैरों पर अपने शरीर का वजन सामान रखें। उसके बाद दोनों हथेलियों की अंगुलियों को मिलाकर सिर के ऊपर ले जाएं।हथेलियों सीधी रखें और सांस भरते हुए अपने हाथों को ऊपर की ओर खींचिए, जिससे आपके कंधों और छाती में भी खिंचाव आएगा। साथ ही पैरों की एड़ी को भी ऊपर उठाएं और पैरों की अंगुलियों पर शरीर का संतुलन बनाए रखिए। इस स्थिति में कुछ देर रहें। कुछ देर रुकने के बाद सांस छोड़ते हुए हाथों को वापस सिर के ऊपर ले आएं। इस आसन को प्रतिदिन 8-10 बार करें।
भुजंगासन
इसके लिए पेट के बल जमीन पर लेट जाएं। दोनों हाथ के सहारे शरीर के कमर से ऊपरी हिस्से को ऊपर की तरफ उठाएं, लेकिन कोहनी मुड़ी होनी चाहिए। हथेली खुली और जमीन पर फैली हो। अब शरीर के बाकी हिस्से को बिना हिलाए-डुलाए चेहरे को बिल्कुल ऊपर की ओर करें। कुछ समय के लिए इसको यूं ही रखें। यह आसन आपकी मांसपेशियों के लिए काफी लाभकारी है।
शीर्षासन
दोनों घुटने जमीन पर टिकाते हुए फिर कोहनियां जमीन पर टिकाएं। फिर हाथों की अंगुलियों को आपस में मिलाकर ग्रिप बनाएं, तब सिर को ग्रिप बनी हथेलियों के पास भूमि पर टिका दें। फिर घुटने को जमीन से उपर उठाकर पैरों को लंबा कर दें। अब धीरे-धीरे पंजे टिके दोनों पैरों को पंजों के बल चलते हुए शरीर के करीब अर्थात माथे के नजदीक ले आते हैं और पैरों को घुटनों से मोड़ते हुए उन्हें धीरे से ऊपर उठाते हुए सीधा कर देते हैं तथा पूर्ण रूप से सिर के बल शरीर को टिका लेते हैं। कुछ देर ऐसे रहने के बाद पुन: उसी अवस्था में आने के लिए पहले पैर घुटने से मोड़ते हुए धीरे-धीरे घुटनों को पेट की तरफ लाते हुए पंजों को भूमि पर रख देते हैं। बाद में माथे को भूमि पर टिकाकार कुछ देर इसी स्थिति में रहने के पश्चात् सिर को भूमि से उठाते हुए वज्रासन में बैठकर पूर्व स्थिति में आ जाए।
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