अगर आपको दही खाना है, तो हमेशा दही को मीठी चीज़ों के साथ ही खाना चाहिए, जैसे कि चीनी के साथ, गुड के साथ, बूरे के साथ आदि। अगर आप दही में इस लेंस से पूरी तरह देखेंगे तो आपको छोटे-छोटे तकरीबन हजारों बैक्टीरिया नज़र आएंगे। ये बैक्टीरिया जीवित अवस्था में ही हमारे शरीर में पूरी तरह जाने चाहिए, क्योंकि जब हम दही खाते हैं तो हमारे अंदर एंजाइम प्रोसेस बहुत ही अच्छे से चलता है।
आयुर्वेद की भाषा में दही को जीवाणुओं का घर माना जाता है। अगर आप मीठा दही खायेंगे तो ये बैक्टीरिया आपके लिए बहुत फायेदेमंद साबित होंगे। वहीं अगर आप दही में एक चुटकी नमक भी मिला लें तो एक मिनट में सारे बैक्टीरिया पूरी तरह मर जायेंगे। अगर आप 100 किलो दही में एक चुटकी नामक डालेंगे तो दही के सारे बैक्टीरियल गुण पूरी तरह खत्म हो जायेंगे।
आयुर्वेद में यह कहा गया है कि दही में ऐसी चीज़ मिलाएं, जो कि जीवाणुओं को बढाये ना कि उन्हें मारे या पूरी तरह खत्म करे। दही को गुड़ के साथ खाईये। गुड़ डालते ही जीवाणुओं की संख्या पूरी तरह मल्टीप्लाई हो जाती है और वह एक करोड़ से लगभग दो करोड़ हो जाते हैं। मिश्री को अगर दही में डाला जाये तो ये सोने पर सुहागे का काम करेगी।
यह भी पढ़ें –