मुलेठी में बहुत से पोषक तत्व पाए जाते है जो गले में खराश, खांसी आदि की समस्या को दूर कर देते है। यह बहुत फायदेमंद औषधि है। इसके सेवन से केवल आमाशय के विकार ही नहीं अथवा गैस्ट्रिक अल्सर की समस्या भी खत्म हो जाती है। मुलेठी 1 से 6 फुट का पौधा होता है जो टेस्ट में मीठा होता । इसे यष्टिमधु के नाम भी जाना जाता है। ये रंग में पीली, रेशेदार और हल्की गंधवाली होती है। इसके प्रयोग से पेट की बीमारी, सांस की समस्या, स्तन समस्या, योनिगत बीमारियां समाप्त हो जाती है। आज हम आपको बता रहे है मुलेठी के फायदे , आइये जानें यहां –
1 मुलेठी का सेवन काली-मिर्च के साथ करने से गले में कफ की समस्या खत्म हो जाती है। इसका प्रयोग अगर सूखी खांसी में किया जाए तो बहुत फायदा मिलेगा। साथ ही यह गले की सूजन को भी सही कर देती है।
2 मुलेठी का प्रयोग मुंह सूखने पर किया जा सकता है। इसे खाने से काफी फायदा मिलता है।
3 मुलेठी में करीब 50 प्रतिशत पानी पाया जाता है। अगर आपका मुंह सूख रहा है तो इसकी डंडी को काफी बार चूसें, काफी फायदा मिलेगा। साथ ही आपकी प्यास भी शांत हो जाएगी।
4 मुलेठी का इस्तेमाल गले में खराश की समस्या को दूर करने के लिए किया जाता है। इसके सेवन से आवाज़ काफी मीठी होने लगती है।
5 अगर महिलाएं अपनी स्किन सुंदर बनाना चाहती है तो मुलेठी का सेवन अवश्य करें। यह सुन्दरता लंबे समय तक प्रदान करती हैं।
6 पेट में हो रहे घावों को खत्म करने में मुलेठी की जड़ बहुत असरदार होती है। इसके सेवन से पेट के घाव पूरे भर जाते हैं। इसके लिए आप मुलेठी की जड़ का चूर्ण जरूर खाएं।
7 पेट में हो रहे अल्सर में भी मुलेठी का चूर्ण बहुत लाभदायक होता है। इसके सेवन से पेट में पैदा अल्सर को दूर करने में छुटकारा मिलता है। इससे एसिडिटी, अपच, हाइपर आदि समस्याएं दूर हो जाती है। इसके अलावा अल्सर के घाव भरने में भी फायदा मिलता है।
8 मुलेठी के चूर्ण का इस्तेमाल खून की उल्टियां को रोकने में किया जाता है। इसका सेवन दूध के साथ करना चाहिए, बहुत आराम मिलता है।
9 मुलेठी का प्रयोग हिचकी को रोकने में भी किया जाता है। इसके लिए मुलेठी के चूर्ण में शहद मिला लें और फिर इसे नाक में टपकाएं। साथ ही इसका पांच ग्राम चूर्ण पानी में डालकर पीएं।
10 मुलेठी के इस्तेमाल से आंतों की टीबी भी खत्म हो जाती है।
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