
Farmers' Protests : सरकार के साथ आज कोई बैठक नहीं, आगे के कदम पर विचार-विमर्श.
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आज सुबह 11 बजे टिकरी बॉर्डर पर हरियाणा और पंजाब के किसान संगठन के नेता बड़ी बैठक करने वाले हैं. जानकारी है कि इस बैठक में हरियाणा के उन किसान संगठनों पर चर्चा की जाएगी, जिन्होंने सरकार से मिलकर कृषि बिल के लिए धन्यवाद दिया था. इसके बाद ये किसान नेता 1 बजे प्रेस कांन्फ्रेंस करेंगे.
मंगलवार की शाम 7 बजे गृहमंत्री अमित शाह ने किसान संगठन के नेताओं को मुलाकात की थी, जिसमें कई राकेश टिकैत सहित कई बड़े किसान नेता शामिल हुए थे. हालांकि, यह बैठक भी बेनतीजा रही. किसानों की तरफ से मीटिंग के बाद आज की बातचीत को टालने का संकेत दिया गया.
गृहमंत्री से मीटिंग के बाद बाहर आए किसान नेताओं ने कहा कि अब बुधवार को प्रस्तावित बैठक में शामिल होने का सवाल ही नहीं उठता. इन नेताओं ने कहा कि सरकार के लिखित प्रस्ताव पर विचार-विमर्श के बाद ही अगले कदम पर निर्णय लिया जाएगा.
बैठक खत्म होने के बाद अखिल भारतीय किसान सभा के महासचिव हन्नान मुल्ला ने कहा कि बुधवार को सरकार और किसानों के बीच कोई बैठक नहीं होने जा रही. उन्होंने बताया कि सरकार ने कहा है बुधवार को किसान नेताओं को एक प्रस्ताव दिया जाएगा, जिसपर किसान नेता बैठक करेंगे.
जानकारी है कि कल की मीटिंग में भी वही सब हुआ, जो पिछली बातचीत में होता आ रहा है. बैठक में किसानों ने तीनों बिलों को रद्द करवाने की मांग दोहराई, वहीं, सरकार ने भी कानूनों में संशोधन करने का अपना प्रस्ताव दोहराया.
कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने पिछले हफ्ते भी किसानों से हुई बातचीत के बाद कहा था कि 'सरकार में कोई ईगो का भाव नहीं है. हम कानून में संशोधन करने को तैयार हैं, लेकिन हम कानून वापस नहीं लेंगे.' मंगलवार को उन्होंने कहा था कि सरकार किसानों से सकारात्मक बातचीत कर रही है और वो आशावान हैं कि कोई हल निकलेगा.
हालांकि, किसान नेता अपनी पिछली मीटिंग में सरकार को इन कानूनों में खामियों को लेकर 39 बिंदुओं का प्रेजेंटेशन दे चुके हैं. लेकिन सरकार भी अपने रुख पर अड़ी हुई है. केंद्रीय नेताओं के रुख में बदलाव आया है. एक तरफ तो वो रोज कृषि कानूनों के फायदे गिना रहे हैं, वहीं दूसरी ओर इस आधार पर विपक्ष पर हमले कर रहे हैं कि विपक्ष पहले इन कानूनों को खुद लाने की बात कर चुका है.
मंगलवार को किसानों ने भारत बंद का आह्वान किया था, जिसके तहत उन्होंने ट्रैफिक, दुकानें, कई सेवाओं वगैरह को ठप कर दिया. स्वराज इंडिया के नेता योगेंद्र यादव ने कहा कि 25 राज्यों में करीब 10,000 जगहों पर बंद आहूत किया गया.
भारत बंद का आह्वान किसान से लेकर दूसरे कई संगठनों ने समर्थन किया. विपक्ष सहित कई सेलेब्रिटीज़ ने भी इसका समर्थन किया. किसानों ने सिंघु और टिकरी सीमा पर कई अनोखे तरीकों से प्रदर्शन किया. टिकरी पर ब्लड डोनेशन कैंप भी लगाया गया था.
बता दें कि सरकार ने पहले उनसे बुराड़ी के रामलीला मैदान में अपना प्रदर्शन शिफ्ट करने को कहा था लेकिन किसानों ने कहा कि वो खुली जेल है और वो वहां नहीं जाएंगे. उन्होंने कहा था कि वो अपनी मांगें पूरी होने तक यहीं प्रदर्शन करते रहेंगे.