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इरेक्टाइल डिसफंक्शन का कारण, लक्षण और उपाय

इरेक्टाइल डिसफंक्शन पुरुषों में एक यौन समस्या है जब लिंग शारीरिक सम्बन्ध बनाने लिए उत्तेजित नहीं हो पाता है। ज्यादातर तो चालीस से ज्यादा उम्र के पुरुष इस समस्या से पीड़ित होते हैं, लेकिन लाइफस्टाइल खराब होने की वजह से अब कम उम्र के पुरुषों में भी यह समस्या देखने को मिल रही है।

कारण:

इरेक्टाइल डिसफंक्शन होने के कारणों में दिल, गुर्दा और नींद से संबंधित बीमारी, डायबिटीज, मोटापा, हाई ब्लड प्रेशर, हाई कॉलेस्ट्रॉल, बुढ़ापा, तनाव, चिंता, अवसाद, हारमोन में असंतुलन, रिश्तों में समस्याएं, लो टेस्टोस्टेरोन लेवल, ज्यादा दवाओं का सेवन, नशीली दवाओं का सेवन, ज्यादा सिगरेट या शराब का सेवन, किसी चोट या सर्जरी के कारण पेल्विक क्षेत्र में पहुंचा नुकसान, दवाओं का साइड इफेक्ट्स और दूसरी बीमारियां आदि शामिल हैं।

लक्षण:

  • नियमित रूप से लिंग में उत्तेजना लाने में परेशानी होती है।
  • यौन गतिविधियों के दौरान उत्तेजना को बनाए रखने में कठिनाई होती है।
  • शारीरिक सम्बन्ध बनाने की इच्छा में कमी।

उपाय:

इरेक्टाइल डिसफंक्शन की समस्या को पूरी तरह से खत्म किया जा सकता है। नीचे हम आपको कुछ घरेलू उपचार के बारे में बताने वाले हैं जिनकी मदद से आप अपने इरेक्टाइल डिसफंक्शन की परेशानी को हमेशा के लिए दूर कर सकते हैं।

लहसुस की मदद से इरेक्टाइल डिसफंक्शन की समस्या से छुटकारा पाने में मदद मिलती है। लहसुन में एलिसिन नाम का तत्व होता है जो ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाने का काम करता है। रोजाना तीन से चार लहसुन की कलियों को चबाकर खाएं। इसके अलावा आप चाहें तो लहसुन की कलियों को थोड़ा मक्खन के साथ हलका गर्म करने के बाद इसका सेवन कर सकते हैं। लगातार कुछ दिनों तक ऐसा करने से आपकी समस्या दूर हो सकती है।

प्राकृतिक सब्जी, फल, अनाज और मछली जैसे पोषक तत्व से भरपूर आहार और कुछ मात्रा में रेड मीट और रिफाइंड ग्रेन्स के सेवन से इरेक्टाइल डिसफंक्शन को कम किया जा सकता है। इरेक्टाइल डिसफंक्शन की समस्या विटामिन डी और विटामिन बी12 की जरूरत से ज्यादा कमी होने से भी होती है। रोजाना मल्टीविटामिन और फोर्टिफाइड फूड का सेवन करने से यह बीमारी दूर हो जाती है।

बादाम में विटामिन ई प्रचुर मात्रा में पायी जाती है जिसका इस्तेमाल शरीर के ब्लड को स्वस्थ बनाने के साथ उसका सर्कुलेशन भी बेहतर करता है।

अश्वगंधा तंत्रिका, रेस्पेरेटरी और रिप्रोडक्टिव सिस्टम्स को को ठीक करता है। इस आयुर्वेदिक दवा के उत्तेजना बढ़ाने, शरीर के टिश्यूज को श्रिंक करने, शरीर को ऊर्जा और आराम देकर नींद सुलाने वाले गुण पाए जाते हैं। अश्वगंधा स्पर्म के उत्पादन को बढ़ाता है और यौन कमजोरी जैसे की बांझपन, अनीमिया और शरीर में टिश्यूज की कमी को पूरा करने का काम भी करता है।

व्यायाम हर बीमारी को लगभग आधा खत्म करने की ताकत रखता है। ज्यादातर बीमारियां हमारा शरीर कमजोर होने की वजह से होती हैं। इरेक्टाइल डिसफंक्शन की समस्या भी उन्ही में से एक है। रेगुलर व्यायाम करके इस बीमारी को आसानी से दूर किया जा सकता है।

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