
जस्टिन ट्रूडो के बयान पर भारत ने नाराजगी जताई है
देश में जारी किसान आंदोलन का असर अब भारत और कनाडा के रिश्तों पर पड़ने लगा है. भारत में किसानों के विरोध प्रदर्शन पर कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो और अन्य नेताओं की टिप्पणी को लेकर कनाडा के उच्चायुक्त को तलब किये जाने के बाद. कनाडा के पीएम ने कहा है कि कनाडा दुनिया में कहीं भी शांतिपूर्ण प्रदर्शन व मानवाधिकार का समर्थन करता रहेगा, वह तनाव घटाने और बातचीत की दिशा में क़दम बढ़ता देखना चाहेगा.
कनाडा के राजदूत को तलब कर द्विपक्षीय संबंध ख़राब होने की भारत की चेतावनी के बाद कनाडा के PM @JustinTrudeau ने इसे लेकर पूछे गए सवाल पर कहा ‘कनाडा दुनिया में कहीं भी शांतिपूर्ण प्रदर्शन व मानवाधिकार का समर्थन करता रहेगा, वह तनाव घटाने और बातचीत की दिशा में क़दम बढ़ता देखना चाहेगा' https://t.co/on4giB3F6hpic.twitter.com/pzS7ArADDL
— Umashankar Singh उमाशंकर सिंह (@umashankarsingh) December 4, 2020
गौरतलब है कि विदेश मंत्रालय की ओर से कहा गया था कि किसानों के मुददे पर कनाडा के नेताओं द्वारा की गई टिप्पणी की वजह से कनाडा में हमारे मिशन के सामने भीड़ जमा होने को बढ़ावा मिला, जिससे सुरक्षा का मुद्दा खड़ा होता है. गौरतलब है कि भारत में किसान आंदोलन को लेकर एक दिसंबर को कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की प्रतिक्रिया आई थी. इस बारे में सामने आए एक वीडियो में ट्रूडो कहते नजर आ रहे हैं कि 'कनाडा हमेशा शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने वालों के बचाव में खड़ा है.'