चंडीगढ़: रेवा के प्रधान वीबी कपिल ने अभिभावकों को आगाह करते हुए बताया कि वे गलियों में कम लिखे – पढ़े ट्यूशन पढ़ाने वालों के पास भेज कर अपने नौनिहालों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ न करें। मोहल्लों और घरों में ट्यूशन पढ़ाने वाले सरकार की जारी की गई गाइडलाइंस को नजरअंदाज कर रहे हैं।
रूलर एजुकेशन वेलफेयर एसोसिएशन के प्रधान वीबी कपिल ने अभिभावकों को संदेश दिया है कि वे अपने बच्चों को ट्यूशन पढ़ाने वालों के पास न भेजें। क्योंकि अभी कोरोना खत्म नहीं हुआ है। बच्चे अपने घर पर ही सुरक्षित हैं। बच्चों को घर बैठे ही स्कूलों द्वारा ऑनलाइन दिए जा रहे कार्य पर ध्यान केंद्रित करें। यदि किसी तरह की कोई समस्या है तो वे संबंधित अध्यापक से मिलकर समस्या का समाधान कर सकते हैं ।
उन्होंने अभिभावकों से यह गुजारिश की है कि वे अपनी सोच को बदलें। जब से लॉक डाउन हुआ है और नया सेशन प्रारंभ हुआ है तबसे स्कूल शिक्षा में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहा है। विद्यार्थी लगातार शिक्षकों के संपर्क में रहकर पढ़ाई कर रहे हैं। उनका कर्तव्य बनता है कि वे स्कूल में अपने बच्चों की फीस अवश्य जमा करवाएं। यदि ऐसी कड़ी टूट जाती है तो स्कूल चल पाने मुश्किल हो जाते हैं। इस संकट की घड़ी में अभिभावक स्कूलों का साथ अवश्य दें। जिन पेरेंट्स ने अपने बच्चों की फीस जमा नहीं की है वे अवश्य अति शीघ्र स्कूल ऑफिस में फीस जमा करवा दें। उन्होने स्कूल संचालकों से अनुरोध किया कि वे इस महामारी का डटकर मुकाबला करें, वे भी हार न माने। अपनी हिम्मत हौंसला और दॄढ़ संकल्प को बनाए रखें। कपिल ने शिक्षा अधिकारियों और सरकारी तथा गैर सरकारी स्कूलों के प्रिंसिपलों से आग्रह किया कि वे दूसरे स्कूलों के बच्चों को दाखिल करते समय उनसे स्कूल लीविंग सर्टिफिकेट अवश्य लें ताकि जिस स्कूल से वो आए हैं, वहां पेंडिंग फीसों को स्कूल संचालक प्राप्त कर सकें।