
प्रतीकात्मक फोटो.
मुंबई (Mumbai) के जुहू की पुलिस ने चार महीने के मासूम के अपहरण की एक ऐसी गुत्थी सुलझाई है जिसके तार मुंबई से दूर तेलंगाना से जुड़े हैं. पुलिस ने तेलंगाना (Telangana) से एक डॉक्टर को पकड़ा है जिसने बच्चे के अपहरण के लिए सुपारी दी थी. पुलिस के मुताबिक तेलंगना में नलगोंडा के डॉक्टर मोहम्मद नसरुद्दीन ने मुंबई से बच्चे को अगवा करवाकर वहां के एक दंपति को चार लाख रुपये में बेच दिया था.
11 नवंबर की रात में चार महीने के जिस मासूम का अपहरण हुआ था उसका कोई चश्मदीद नहीं था. लिहाजा पुलिस ने आसपास के तकरीबन 250 सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगाले. अपहरण के लिए ऑटो रिक्शा का इस्तेमाल होने का सुराग मिलते ही रात में चलने वाले इलाके के 80 से ज्यादा ऑटो वालों से पूछताछ शुरू हुई. आखिरकार मेहनत रंग लाई और ऑटो ड्राइवर रमेश व्यंकट टूट गया. उसने अपराध कबूल कर लिया.
पूछताछ में पता चला कि साजिश का मुख्य सरगना डॉक्टर मोहम्मद नसरुद्दीन बशीरुद्दीन है जो तेलंगाना का रहने वाला है. चार महीने का बच्चा भी वहीं है. पुलिस के मुताबिक डॉक्टर ने चार लाख रुपये में नलगोंडा के ही एक दम्पति से बच्चे का सौदा किया था. अब पुलिस ये पता करने में जुटी है कि आरोपियों ने पहले भी कहीं इस तरह की वारदात को अंजाम तो नहीं दिया है.
आम तौर पर धारणा है कि पुलिस सिर्फ पैसे वालों की ही सुनती है और काम करती है. लेकिन जुहू पुलिस जिस मासूम को तेलंगाना जाकर वापस लाई है वह बहुत ही गरीब परिवार से है. इस परिवार का अपना घर भी नहीं है.