
जनादेश को 'शासनादेश' से बदल दिया गया: आरजेडी
बिहार चुनाव में एनडीए (NDA) की जीत के बाद जनता दल यूनाइटेड (JDU) अध्यक्ष नीतीश कुमार (Nitish Kumar) सातवीं बार और लगातार चौथी बार बिहार के मुख्यमंत्री (Bihar CM) पद की आज शपथ लेने जा रहे हैं. नीतीश सरकार का शपथ ग्रहण कार्यक्रम 4.30 बजे है. महागठबंधन की अगुवाई कर रहे राष्ट्रीय जनता दल ने एनडीए (NDA) पर निशाना साधते हुए नई सरकार के शपथ ग्रहण का बायकॉट किया है. साथ ही एनडीए पर चुनाव नतीजों में धांधली का आरोप लगाया है.
तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) की पार्टी राष्ट्रीय जनता ने सोमवार को ट्वीट किया, "राजद कठपुतली सरकार के शपथ ग्रहण का बायकॉट करती है. बदलाव का जनादेश NDA के विरुद्ध है. जनादेश को 'शासनादेश' से बदल दिया गया. बिहार के बेरोजगारों, किसानों, छात्रों, युवाओं, संविदा कर्मियों, नियोजित शिक्षकों, स्वयं सहायता समूहों से पूछे कि उन पर क्या गुजर रही है? चुनावी नतीजों में धांधली और एनडीए के फर्ज़ीवाड़े से जनता आक्रोशित है. हम जनप्रतिनिधि है और जनता के साथ खड़े हैं."
राजद शपथ ग्रहण का बायकॉट करती है। बदलाव का जनादेश NDA के विरुद्ध है। जनादेश को 'शासनादेश' से बदल दिया गया। बिहार के बेरोजगारों,किसानो,संविदाकर्मियों, नियोजित शिक्षकों से पूछे कि उनपर क्या गुजर रही है।NDA के फर्ज़ीवाड़े से जनता आक्रोशित है। हम जनप्रतिनिधि है और जनता के साथ खड़े है
— Rashtriya Janata Dal (@RJDforIndia) November 16, 2020
इससे पहले, RJD ने नीतीश कुमार पर तंज कसते हुए कहा, "तीसरे दर्जे की पार्टी होने और थकने के कारण मैं मुख्यमंत्री नहीं बनना चाहता था, लेकिन BJP के कई वरिष्ठ नेताओं ने मेरे पैर पकड़ लिए, रोने लगे, गिड़गिड़ाने लगे. मैं ठहरा कोमल हृदय का कुर्सीवादी अंतर्यामी भिक्षुक, उन लोगों के आग्रह ने मेरे हृदय को पिघला दिया. मैं उन्हें नाराज कैसे करता?"
बिहार में दो मजबूरों की मजबूर सरकार बन रही है!
— Rashtriya Janata Dal (@RJDforIndia) November 16, 2020
एक शक्तिविहीन, शिथिल और भ्रष्ट प्रमाणित हो चुके मजबूर CM!
दूसरा चेहराविहीन और तन्त्र प्रपन्च को मजबूर वरिष्ठ घटक दल!
इनकी मजबूरी हैं-
१) राजद का जनाधार!
और
२) @yadavtejashwi को अपना सर्वाधिक प्रिय नेता स्वीकार कर चुका बिहार!
बिहार चुनाव में रोमांचक मुकाबले में एनडीए को 125 सीटें हासिल हुईं, जबकि विपक्षी महागठबंधन को 110 सीटें मिली हैं. राजग में भाजपा को 74 सीटें, जद (यू) को 43, हम और वीआईपी को चार-चार सीटें मिली हैं. राजद को सबसे ज्यादा 75 सीटें मिली हैं.