
महाराष्ट्र पुलिस ने दिल्ली से ठगों के एक गिरोह को पकड़ा है. इस गिरोह में एक महिला भी शामिल है. महिला ने खुद को अमेरिकी सेना में कैप्टन बताकर डोंगरी इलाके में रहने वाले प्रकाश जाधव नाम से 39.80 लाख रुपये ठग लिए थे. डोंगरी पुलिस ने ठग गिरोह का पर्दाफाश कर सात आरोपियों को दिल्ली से पकड़ा. पकड़े गए 7 लोगों में एक विदेशी नागरिक भी शामिल है. हालांकि, लेकिन खुद को अमेरिकी आर्मी की कैप्टन बताने वाली महिला मर्सी ग्रेस अब भी फरार है.
डोंगरी पुलिस के मुताबिक, फरवरी महीने में प्रकाश जाधव नाम के व्यक्ति ने 39 लाख 80 हजार रुपए ठगे जाने की शिकायत की थी. जाधव ने बताया था कि मर्सी ग्रेस नाम की एक महिला, जो उनकी फेसबुक फ्रेंड है, वो खुद को अमेरिकी सेना में कैप्टन बताती थी. उसने उन्हे बताया था कि अफगानिस्तान में पोस्टिंग के दौरान उसे बहुत पैसे मिले हैं, जिसे वो भारत में कारोबार में लगाना चाहती है.
पुलिस के मुताबिक, दोनों ने मिलकर शॉपिंग मॉल शुरू करने की योजना बनाई. इस दौरान बहाने से मर्सी ने जाधव से अलग- अलग खातों में 39 लाख 80 हजार रुपये भरवा दिए पर अब उसका कोई पता नहीं है.
फरवरी में मामला दर्ज होने के एक महीने बाद ही लॉकडाउन लग गया और पुलिस कोरोना बंदोबस्त में व्यस्त हो गई.
लॉकडाउन शिथिल होने के बाद ए पी आई प्रकाश लिंगे और उनकी टीम ने मोबाइल फोन नंबर, टेक्निकल और बैंक खातों की जानकारी के जरिये दिल्ली में छुपे ठगों का ठिकाना खोज निकाला.
एसीपी अविनाश धर्माधिकारी के मुताबिक, मामले में कुल 7 आरोपी पकड़े गए हैं, जिनमें एक विदेशी भी है.
डोंगरी पुलिस थाने के सीनियर पी आई संदीप भागडिकर के मुताबिक, सभी 7 आरोपियों को 2 नवंबर को दिल्ली से मुम्बई लाया गया है. अभी तक गिरफ्तार आरोपियों के नाम नीरज रमेश, साबिर सिकन्दर, मनमोहन सिंह, चंद्रपाल शर्मा,आसिफ शेख , वसीम अहमद खान और जेम्स अमोअबी है.