
NDTV के संवाददाता उमाशंकर सिंह ने तेजस्वी यादव से की खास बातचीत
Tejashwi Yadav Interview on NDTV : बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Elections 2020) में दूसरे और तीसरे चरण के चुनाव प्रचार में जुटी सभी पार्टियों ने जनता के बीच अपने काम और वादों का पिटारा खोल दिया है. कहीं कोई रोजगार की बात कर रहा है तो कोई सुशासन की. इन सबके बीच बिहार चुनाव में जिस वादे और जिस नेता की सबसे ज्यादा चर्चा है वो हैं राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के नेता और महागठबंधन से मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav). तेजस्वी ने बिहार की जनता को 10 लाख सरकारी नौकरी देने का जो वादा किया है उससे विपक्षी खेमें में हलचल है और जनता के मन में तेजस्वी के रूप में उम्मीद. ऐसा इसलिए कहा जा सकता है कि सभी पार्टियों के बड़े नेताओं द्वारा किए जा रहे चुनाव प्रचार के दौरान यदि किसी नेता की रैली में सबसे ज्यादा भीड़ जुट रही है तो वो तेजस्वी यादव की रैलियों में हैं.
जानकार मान रहे हैं कि राज्य का युवा, रोजगार के मुद्दे पर तेजस्वी के साथ है और वो नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के 15 साल के शासन के बाद अब बदलाव की मांग कर रहा है. वहीं विपक्षी पार्टियां तेजस्वी यादव के रोजगार के वादे को लेकर लगातार हमलावर रुख अख्तियार किए हुए है और उनसे पूछ रही हैं कि आखिर वो राज्य के युवाओं को 10 लाख सरकारी नौकरी कहां से देंगे?
आरजेडी के चुनावी वादे पर विपक्ष के सवाल और जनता की उम्मीदों पर तेजस्वी यादव ने एनडीटीवी के खास कार्यक्रम 'देस की बात' में अपनी बात रखी.
'नीतीश जी ने सब चौपट कर दिया'
तेजस्वी से पूछा गया कि रोजगार की बात को सीएम नीतीश कुमार ने बोगस करार दिया है, इस पर उन्होंने कहा, 'नीतीश कुमार जी पूरी तरह से थक चुके हैं. नीतीश जी ने रोजगार नहीं दिया, अब कुछ भी बोल रहे हैं बिहार उनसे संभल नहीं रहा है. बिहार में मुद्दे हैं, कमाई, दवाई, पढ़ाई और सिंचाई, नीतीश कुमार जी ने सब चौपट कर रखा है. हमने उसकी एक व्यवस्था दी है. खाली पद है उसको आप नहीं भरेंगे. हमने अर्थशास्त्र के जानकारों से चर्चा के बाद ही ये वादा जनता से किया है. करने को हम कितनी भी संख्या बता सकते थे. लेकिन हमारे पास आंकड़े हैं. 4.5 लाख पद खाली पड़े हैं. और 5.5 लाख नेशनल एवरेज के मुकाबले आने के लिए हैं.'
'हवा-हवाई बात नहीं है रोजगार वादा'
तेजस्वी ने 10 लाख रोजगार देने के वादे की पीएम मोदी के 2 करोड़ रोजगार देने के वादे से तुलना करने पर कहा, 'हम हवा-हवाई बात भाषण नहीं करना चाहते हैं. इसलिए क्योंकि हमें लंबी राजनीति करनी है. और जो चीज संभव है, जब पैसा है, खाली पदों को भरना है, नेशनल एवरेज के मुकाबले लाना है. जब आदमी चांद पर चला जा सकता है तो क्या बिहार में कारखाना नहीं लग सकता है? नौकरियां नहीं भरी जा सकती हैं? हम खाली पदों को भरने की बात कर रहे हैं. ये बेवकूफों वाली बातें है कि खाली पदों को इतने सालों से छोड़ रखा है. '
पीएम मोदी के वार पर तेजस्वी का जवाब
पीएम मोदी द्वारा भ्रष्टाचार के युवराज कहे जाने पर तेजस्वी यादव ने कहा, 'हमारा जनता से कमाई, दवाई और पढ़ाई का वादा है, जिसे हम पूरा करेंगे. नीतीश जी ने 15 साल में बिहार को क्या दिया. चीनी मिल से लेकर हर कारखाना बंद हैं, हम खोलेंगे. जंगलराज की बात कर रहे हैं, आप क्राइम रेकॉर्ड निकल कर देखिए.नए कारखाने लगाएंगे. पलायन रोकेंगे, खेती-बाड़ी में भी रोज़गार बढ़ाएंगे. नई कृषि नीति बनाएंगे. लालू जी ने सामाजिक न्याय दिया, हम आर्थिक न्याय देंगे.'
नतीजों के बाद नीतीश के साथ गठबंधन?
चुनाव नतीजों के बाद नीतीश के साथ गठबंधन के सवाल पर तेजस्वी यादव ने कहा 'उन्हें मौक़ा दिया था पर उन्होंने धोखा दिया जनता हमें पूरा भरोसा है कि जनता हमें पूर्ण बहुमत देगी. नीतीश जी की प्राथमिकता है उनकी कुर्सी, उसके लिए वो कुछ भी कर सकते हैं. नीतीश कुमार ने 4 साल में चार सरकार बनाई. अगर नतीजे हंग असेंबली के आते हैं तो भी यह नीतीश के खिलाफ होगा.'
चुनाव प्रचार के दौरान नीतीश कुमार की भाषा पर तेजस्वी यादव ने कहा कि वह मेरे लिए आशीर्वाद है.